शाहजहांपुर में सोमवार को अचानक एक पुल भरभरा कर गिर गया. रिपोर्ट के मुताबिक शाहजहांपुर के कोलाघाट में इस पुल का निर्माण साल 2008 में करीब 11 करोड़ रुपये की लागत से करवाया गया था.
मिर्जापुर थाना क्षेत्र में रामगंगा और बहगुल नदी पर बना 2 किलोमीटर लंबा कोलाघाट पुल के गिरने से आवागमन भी ठप हो गया…पुल टूटने से कलान तहसील का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। अब कलान वासियों को मुख्यालय आने के लिए 65 किलोमीटर ज्यादा सफर कर फर्रुखाबाद से राजेपुर होते हुए शाहजहांपुर आना होगा।
बताया जा रहा है कि हादसे के समय पुल पर एक कार गुजर रही थी, जो बीच में ही फंस गई। कार में 5 लोग सवार थे, जिन्हें मामूली चोटें आई हैं।
बता दें आपको इस पुल की 1992 में सपा सरकार में मुलायम सिंह यादव ने नींव रखी थी। 17 साल बाद 2009 में मायावती ने इसका उद्घाटन किया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कोलाघाट पुल का शिलान्यास करने के बाद पुल पर राजनीति शुरू हो गई जिसके बाद पुल बनाने का काम ठंडे बस्ते में चला गया। 2003 में जब मुलायम सिंह यादव फिर से मुख्यमंत्री बने तो पुल निर्माण को लेकर लटकी फाइलें आगे बढ़ीं। 2006 में पुल का निर्माण शुरू हुआ, लेकिन 2007 में सपा की सरकार चली गई और मायावती के नेतृत्व में बीएसपी की सरकार बनी। हालांकि, पुल का निर्माण कार्य रुका नहीं और 3 साल में बनकर तैयार हो गया। 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ ने इसका उद्घाटन किया।
बताया जा रहा है कि इस पुल को 2002 में बनाने की मंजूरी मिली थी। 2008 में यह 11 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ था, लेकिन सिर्फ 13 साल ही ये पुल चल सका। जर्जर हो रहे पुल को लेकर स्ठानीय लोगों ने कई बार शिकायतें भी की थीं, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं हुई । अब प्रशासन इस मामले की जांच की बात कर रहा है।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.