अभी गुरुग्राम में सार्वजनिक स्थानों पर जबरन पढ़ी जाने वाली नमाज़ की ज़िद और स्थानीय लोगों द्वारा उसकी तीव्र प्रतिक्रिया का विवाद थमा भी नहीं है और इस सम्बन्ध में एक से अधिक याचिकाएं दायर भी हो गई हैं। इसी बीच गुरुग्राम से सटे और देश की राजधानी दिल्ली से भी जुड़ा हुआ ऐसा ही एक मामला संज्ञान में आया है।
मामला ये है कि , दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला -जो की भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा घोषित एक संरक्षण व पर्यटन स्थल है वहाँ अचानक ही पिछले कुछ दिनों से कुछ लोग जबरन गुट बना कर , बिना टिकट लिए , घुस कर नमाज़ अता करने लगे। परिसर की सुरक्षा में तैनात गार्ड द्वारा इसका विरोध किया गया।
अगले दिन , स्थानीय विधायक अमानतुल्ला खान अपने समर्थकों के हुजूम के साथ जबरन फिर फ़िरोज़शाह कोटला में घुसे और नमाज पढ़ने की वीडियो बना कर उसे सार्वजनिक रूप से जारी करते हुए चेतावनी भी दे दी की भविष्य में यहाँ कोई किसी को नमाज़ पढ़ने से न रोके।
वीडियो देखते ही देखते जब वायरल हुई तो स्थानीय अधिवक्ताओं के एक समूह ने इस पर तीव्र प्रतिक्रिया और विरोध ज़ाहिर करते हुए अब उस उस स्थल पर हनुमान चालीसा पाठ का आह्वान कर दिया है। स्थति ठीक गुरुग्राम की तरह आमने सामने वाली होने की आशंका जताई जा रही है।
ज्ञात हो कि , अभी कुछ दिनों पहले ही सर्वोच्च न्यायायलय में इसी विषय पर एक याचिका दायर करते हुए अदालत से गुहार लगाई गई है कि देश में मुस्लिमों के प्रति असहिष्णुता के बनते वातारण से निपटने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश दिए जाएं। मगर ऐसी हकीकत कुछ अलग ही असलियत बयान कर देती है। देश भर में सार्वजनिक स्थलों ,यहाँ तक कि आवागमन परिवहन मार्गों साधनों तक पर जबरन इबादत पढ़ने की जिद से शुरू होने वाला सबकुछ आगे जाकर कई मुश्किलों के रूप में सामने आता है। यूँ भी वो इबादत वो प्रार्थना कैसी , जिससे किसी भी मनुष्य या प्राणी को रत्ती भर भी मुश्किल /गम होता है।
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