लाल सिंह चड्ढा और आमिर खान के पीछे दर्शक ऐसे हाथ धोकर पड़ी हुई है मानो फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ को बर्बाद कर के ही छोड़ेगी. लेकिन जहां एक तरफ भारत में डरने वाले और वामपंथियों के चहेते आमिर खान के कारनामों की वजह से उनकी फिल्म का बॉयकॉट किया जा रहा है वहीं देश में कुछ ऐसे भी महाशय हैं जिनकी आमिर खान और फिल्म से जुड़े दूसरे लोगों के लिए हमदर्दी हिलोरे मार रही है.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को ही ले लीजिए उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “यदि आप लाल सिंह चड्ढा का बॉयकॉट कर रहे हैं तो आप केवल आमिर खान और करीना कपूर का ही नहीं, अतुल कुलकर्णी और उन सैकड़ों को भी बॉयकॉट कर रहे हैं जो इस प्रोजेक्ट से जुड़े हैं। कम से कम इस फिल्म को देख लें और परख लें इससे पहले कि आप ट्विटर पर नौटंकी करें।”
Boycotting #LalSinghChaddha means you're not just boycotting Aamir Khan & Kareena Kapoor, you're also boycotting Atul Kulkarni & the hundreds of people associated with it. Atleast see the film & decide whether it's good or bad instead of posturing on Twitter.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) August 6, 2022
अब सिंघवी के इस ट्वीट में अतुल कुलकर्णी का नाम आया है ये नाम बॉलीवुड के लिए नया नहीं है. इन्हें आपने कई बार टेलीविजन पर तो देखा ही है लेकिन कई बार ये मोदी सरकार के विरोध में प्रदर्शन करते भी दिखे हैं. कहने को तो ये एक बेहद उम्दा कलाकार हैं लेकिन इनके कारनामे जानकर आपको एक और कारण मिल जाएगा फिल्म लाल सिंह चड्ढा नहीं देखने के लिए .
दरअसल लगातार फिल्म के विरोध के बीच लाल सिंह चड्ढा को सफल बनाने के लिए बॉलीवुड के साथ ही वामपंथी बिरादरी अब एकजुट होने लगी है. आमिर खान और करीना कपूर खान ने तो पहले ही अपनी इतनी बेइज्जती करवा ली है दर्शकों ने उन्हें खारिज कर दिया है. ऐसे में वामपंथी खेमा इस फिल्म से जुड़े दूसरे चेहरों के गुणगान में लग गया है . इसी कड़ी में एक नाम है अतुल कुलकर्णी का, जो अभिनेता से लेखक बने हैं . ये वही अतुल कुलकर्णी हैं, जिन्होंने CAA विरोधी प्रदर्शनों में ‘रंग दे बसंती’ के दूसरे अभिनेताओं के साथ हिस्सा लिया था. वहीं इसके अलावा दिसंबर 2013 किये गए उनके एक पोस्ट से आप उनकी मानसिकता का अंदाजा लगा सकते हैं जिसमें उन्होंने लिखा था क्या आपको लगता है कि मैं एक ‘हिंदू’ हूँ ?
@Trollossal @anshulddt and what makes you think I'm a 'hindu' ??????!!!!!!!
— atul kulkarni (@atul_kulkarni) December 12, 2013
लेकिन यह तो कुछ भी नहीं था। साल 2018 में किये गए उनके एक ट्वीट से साफ हो जाता है कि वो केवल हिन्दू विरोधी ही नहीं, बल्कि भारत विरोधी भी हैं क्योंकि वो भारत को एक राष्ट्र ही नहीं मानते। उनके अनुसार, “भारत देशों का एक समूह है, इस तथ्य को इसके राजनीतिक निर्माण के समय ही स्वीकार कर लेना चाहिए था।”
साभार-सोशल मीडिया
वैसे कुछ भी कहा जाए बॉयकॉट शब्द में बड़ी ताकत है। जिसने आमिर खान समेत पूरे बॉलीवुड की लंका दी है . ऐसे में लाल सिंह चड्ढा के खिलाफ तो राष्ट्रीय स्तर पर #BoycottLaalSinghChaddha ट्रेंड कर रहा है। मतलब दर्शकों ने ठान लिया है कि आमिर खान की फिल्म को फ्लॉप कराकर ही छोड़ेंगे. और घमंडी करीना कपूर खान को भी मुंहतोड़ जबाव दिया जाएगा.
तो क्या आप उनकी फिल्में देखने जाएंगे जिन्हें जब आज जब भारत की जरुरत पड़ी अपनी फिल्म को चलाने के लिए तो खुद को देशभक्त बताने लगे . वहीं उनकी फिल्म के लेखक अतुल कुलकर्णी तो खुद को हिंदु ही नहीं मानते हैं. उनके लिए भारत का अस्तित्व है ही नहीं .अब बताइए जिन लोगों ने देश से कभी न्याय नहीं किया क्या उनकी फिल्मों को हमें देखना चाहिए ? जवाब है नहीं
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