मुम्बई पुलिस पर सवाल उठाने पर भड़कने वाले ज्यादातर लोग वो ही है जो ताहिर हसैन और सफूरा जैसे इस्लामिक आतंकवादियों को पकड़ने पर दिल्ली पुलिस को गालियां दी रहे हैं, या फिर दंगाइयों से वसूली करने पर यूपी पुलिस के खिलाफ लिखते हैं, ऐसे दोगले लोग कह रहे है कि पालघर में साधुओं की हत्या पर मुम्बई पुलिस से सवाल करना गुनाह हैं। ऐसे दोगले लोग कह रहे हैं कि सुशांत सिंह राजपूत हत्याकांड और बॉलीवुड ड्रग माफिया पर पुलिस पर उंगली मत उठाओ।
आज जो मुम्बई पुलिस से सवाल करने पर उछल रहे हैं उनमें से ज्यादातर लोगों का इतिहास ड्रग लेने, आतंकवादियों को बचाने, इस्लामिक जिहाद का साथ देने, दंगाइयों को संरक्षण देने और इस्लामिक देशों से फंड लेने से जुड़ा रहा हैं।
देश में इस्लामिक आतंकवाद और ड्रग माफिया हमेशा से एक दूसरे से जुड़े रहे हैं और बॉलीवुड उनको जोड़ने वाली कड़ी हैं। महेश भट्ट का बेटा और या सुनील दत्त का बेटा , सीधे सीधे आतंकवादीयो के साथ उनके संबंध खुलेआम पकड़े गए हैं।
दिल्ली दंगो के बाद जब पुलिस ने हत्या करने वाले और दंगे करने वालों को पकड़ना शुरू किया इन्हीं लोगों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ नंग नाच किया जो अभी भी जारी हैं। यहीं लोग यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी पुलिस के शानदार काम पर रोज उंगलियां उठाते हैं।
आज इनका मुम्बई पुलिस पर सवाल उठाने पर उछलना ये बताता हैं कि ये मुम्बई पुलिस को नहीं आतंकवादीयो और ड्रग माफिया को बचाना चाहते हैं।
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