आज जिस बुरे दौर से बॉलीवुड गुजर रहा है उसका जिम्मेदार भी बॉलीवुड ही है. हिंदु धर्म का अपमान, हिंदु धर्म के प्रतीकों का अपमान, विशेष समुदाय के पक्ष में फिल्में बनाना, कट-कॉपी-पेस्ट और वही घिसी-पिटी स्टोरी मतलब क्रिएटिविटी के नाम पर नील बट्टा सन्नाटा. रही-सही कसर बॉयकॉट कैंपेन ने पूरी कर दी. हाल ही में रिलीज हुई कई बड़ी फिल्मों को बॉयकॉट कैंपेन ने बर्बाद कर रख दिया है जिससे वे इतनी आसानी से उबरने वाली नहीं. इसमें सबसे पहला नाम आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा और हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ब्रह्मास्त्र रही. जिसे दर्शकों ने जबरदस्त सबक सिखाया.

बॉलीवुड बॉयकॉट के बीच एक और फिल्म ‘विक्रम वेधा’ 30 सितंबर को रिलीज होने को तैयार है. ऐसे में रितिक रोशन और तैमूर के अब्बा सैफ अली खान की फिल्म ‘विक्रम वेधा’ का बॉक्स ऑफिस पर क्या हश्र होगा, ये अभी से समझा जा सकता है. फिल्म के मेकर्स प्रमोशन के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं लेकिन बॉलीवुड के लिए ऐसा निगेटिव माहौल बन चुका है जिससे फिल्म का चलना बेहद मुश्किल है.

दरअसल हाल ही में मुंबई में फिल्म का सॉन्ग ‘अल्कोहलिया’ रिलीज किया गया है. इस इवेंट में फिल्म में विलेन का रोल कर रहे अभिनेता रितिक रोशन तो पहुंचे थे, लेकिन फिल्म के हीरो का किरदार कर रहे सैफ अली खान नदारद रहे. जब हीरो ही अपनी फिल्म को लेकर गंभीर नहीं है, तो फिर सोचिए क्या होगा. खैर फिल्म के इस गाने को जितना जोर शोर से प्रचारित किया गया, वो उस लायक नहीं है. इसे देखने के बाद यकीनन आपको निराशा से ज्यादा कुछ नहीं मिलेगा. क्योंकि इस गाने में सिर्फ शराब के महिमामंडन और शराब के नशे में धुत्त शराबियों का बेहुदा डांस ही देखने को मिलेगा .

एक तो पहले से ही बॉलीवुड के खिलाफ निगेटिव माहौल है. लोगों का आरोप भी है कि यहां के लोग अपनी फिल्मों के जरिए निगेटिव चीजों को प्रमोट करते रहे हैं. हिंदू धर्म का अपमान करते रहे हैं. हिंदू प्रतीकों और प्रतिमानों को निगेटिव रूप में पेश करते रहे हैं. ऐसे में शराबियों का नाच इतने उत्साह से दिखाने का क्या मतलब!

सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बॉलीवुड फिल्मों का जिस तरह से बायकॉट किया जा रहा है, उससे फिल्मों का बिजनेस औंधे मुंह गिर रहा है. ऐसे में रितिक चाहे जितनी कोशिश कर लें, इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बचा पाना मुश्किल लग रहा है. ‘विक्रम वेधा’ को भी 100 से ज्यादा देशों में रिलीज करने की तैयारी की जा रही है. फिल्म के मेकर्स इसे बड़े पैमाने पर रिलीज करना चाह रहे हैं. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि फिल्म ‘विक्रम वेधा’ 100 से अधिक देशों में रिलीज होगी.

आज बॉलीवुड सिर्फ ‘कट कॉपी पेस्ट’ की एक घटिया फैक्ट्री बनकर रह गयी है. जब ‘विक्रम वेधा’ का हिंदी वर्जन पहले से ही ऑनलाइन मौजूद है. ऐसे में इसे देखने के लिए दर्शक सिनेमाघरों क्यों जाएंगे. जब उन्हें ओरिजनल चीज देखने को मिले तो फिर कॉपी-पेस्ट की हुई चीज देखने का क्या मतलब, पैसे खर्च करने का क्या मतलब, समय की बर्बादी का क्या मतलब. बाकी आपका निर्णय हमारा काम आपको सही रास्ता दिखाना है.

Source-Filmi Beat, Prabhat Khabar

 

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