दिल्ली, राजस्थान, केरल, पं.बंगाल आखिर हिंदू कहां सुरक्षित है, कहां वो खुल कर अपने विचार, अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकता है, आज के समय में ये बडा सवाल हमारे, आपके और पूरे समाज के लिए है. क्योंकि अब गुजरात में एक बार फिर एक हिंदू युवक की सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अहमदाबाद की धंधुका तहसील के किशन बोलिया नाम के हिंदू युवक की हत्या उस समय कर दी गई जब किशन अपने घर जा रहा था तभी दो बाइक सवार लोगों ने उसे गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है, लेकिन परिवार वाले से इससे संतुष्ट नहीं हैं।

बताया जा रहा है कि किशन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया थी, उसका ये वीडियो देखकर कट्टरपंथी इस्लामिस्ट उसके खिलाफ हो गये थे। रिपोर्ट के अनुसार, किशन ने जो वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था वो पैगंबर मुहम्मद से संबंधित थी। साथ ही उसने श्रीकृष्ण को अल्लाह से बड़ा बताया था बस क्या था भला मोमिनों को ये बात कैसे बर्दाश्त होती .

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कथित पोस्ट के खिलाफ कई लोगों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने किशन के खिलाफ एक्शन लिया था। जिसके बाद किशन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट की सेटिंग को प्राइवेट कर रखा है। वहीं बताया ये भी जा रहा है कि पुलिस ने अभी तक उस कथित विवादित पोस्ट की जांच नहीं की है।

इसके बाद कई दिनों तक किशन घर में ही रहता था लेकिन 25 जनवरी मंगलवार के दिन वो अपनी बाइक से निकला था, तभी उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस आशंका जाहिर कर रही है कि इसी विवादित पोस्ट के कारण हो सकता है कि उसकी हत्या की गई हो। एक चश्मदीद के मुताबिक किशन पर गोली चलाने वाले आरोपित उसके पीछे चल रहे थे, जैसे ही वो मोढवाड़ा मोड़ के पास पहुंचे तो किशन पर पहली गोली चलाई गई, हालांकि वो बच गया, लेकिन जब उस पर दोबारा हमला हुआ तो उसमें घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया ।

इस वारदात के बाद  किशन के परिजनों ने उसका शव को लेने से इनकार कर दिया। वहीं मामले में बवाल बढ़ता देख और हिंदू संगठनों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामले की उचित जांच का आश्वासन दिया और उसके बाद ही परिवार ने किशन के शव को स्वीकार किया। जिसके बाद बुधवार को ही किशन का अंतिम संस्कार किया गया। जाहिर है किशन को इंसाफ दिलाने के लिए बहुत ज्यादा शोर आपको सुनाई नहीं दे रहा होगा , क्योंकि इस बार भी हत्या एक हिंदू की हुई है, लेकिन ये चुप्पी हम सभी को भारी पड़ेगी अगर सभी हिंदु एक नहीं हुए तो, इसलिए ऐसे अपराधों के खिलाफ आवाज उठाना ही पड़ेगा .

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