इन दिनों बॉलीवुड के साथ बॉयकॉट नाम का ग्रहण फेवीक़ॉल की तरह चिपका हुआ है. हाल के दिनों में जितनी भी फिल्में बनी हैं सब औंधे मुंह गिरी हैं. मानों दर्शकों ने ठान लिया है कि हिंदु विरोधी और हिंदुओं का अपमान करने वाली फिल्मों और कलाकारों को अपनी ताकत दिखा कर ही रहेंगे.
इसी कड़ी में शुक्रवार 30 सितंबर को रितिक रोशन-सैफ अली खान की फिल्म विक्रम वेधा रिलीज हो रही है. जहां फिल्म की सफलता के लिए फिल्म मेकर्स एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ट्वीटर पर फिल्म के विरोध को लेकर #BoycottVikramVedha #SaifAliKhan #HrithikRoshan𓃵 ट्रेंड कर रहा है. अब आप भी सोचेंगे कि जब भी कोई बॉलीवुड की फिल्म रिलीज होने वाली होती है तो बॉयकॉट क्यों शुरू हो जाता है. लेकिन इसके लिए जिम्मेदार भी वही कलाकार, वही बॉलीवुड है जो अपनी फिल्मों में सिर्फ सनातन धर्म का मजाक उड़ाता है हमारे देवी-देवताओं का अपमान करता है.
अब तैमूर के अब्बा सैफ अली खान को ही ले लीजिए जो हमारे देवी-देवताओं के खुलेआम मजाक उड़ाते हैं. हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं. आज जब उनकी फिल्म विक्रम-वेधा रिलीज को तैयार है तो ऐसे में हमारा कर्तव्य बनता है कि उनका हिंदु विरोधी चेहरा सबके सामने लाये. देखा जाए तो सैफ अली खान को लाइमलाइट में रहने या फिर विवादों में रहने का कुछ ज्यादा ही शौक है. जो अक्सर अपने बड़बोलेपन से नये विवाद को जन्म दे देते हैं.
दरअसल रामायण पर आधारित फिल्म ‘आदिपुरुष’ जनवरी 2023 में रिलीज होने वाली है. ‘आदिपुरुष’ में भगवान राम के किरदार में प्रभास दिखेंगे और सैफ अली खान इस फिल्म में रावण का किरदार अदा कर रहे हैं. कुछ समय पहले इसी फिल्म को लेकर सैफ अली खान ने अपने एक इंटरव्यू में देवी सीता के हरण को उचित ठहराने का प्रयास किया। सैफ ने कहा था “ये बहुत ही अच्छी बात कि मुझे ऐसे राक्षस राज की भूमिका निभाने का अवसर मिला है। मेरा रावण अधिक मानवीय होगा, और उसके हर काम के पीछे एक वजह होगी। यहां सीता के हरण को भी उचित ठहराया होगा, कि कैसे शूर्पणखा के साथ हुए अपमान का प्रतिशोध लेने के लिए कोई श्रीराम से भी भिड़ गया!” अब सोचिए रावण भले ही एक महान विद्वान था और उनमें ज्ञान की कोई कमी नहीं थी, लेकिन मां सीता का हरण किसी भी स्थिति में उचित ठहराने योग्य न था और न कभी होगा। जिस काम का समर्थन न तो रावण की पत्नी मंदोदरी ने किया, न उनके भाई कुंभकरण ने और न ही उनके पुत्र मेघनाद ने, उस काम को उचित ठहराने का अधिकार आखिर बॉलीवुड में काम करने वाले सैफ अली खान को किसने दे दिया? हालांकि सैफ अली खान के बयान पर बवाल होने के बाद सैफ ने सफाई देते हुए माफी मांग ली है लेकिन क्या ये मांफी काफी है!
इतना ही नहीं इससे पहले सैफ ने कहा था कि फिल्म की स्क्रिप्ट पर बिलकुल भरोसा नहीं था, क्योंकि उसका भारतीय इतिहास से कोई संबंध नहीं था।अब सोचिए जिस रामायण में करोड़ों हिंदुओं की आस्था है वो विश्वास करते हैं, वह रामायण को भारत के इतिहास की तरह ही देखते हैं। उसपर सैफ अली खान ने सवाल उठा दिया.
अब आप ही बताइए क्या ये वजहें काफी नहीं हैं ऐसे हिंदु विरोधी कलाकार का बहिष्कार करने के लिए. इसलिए बेहतर यही है हम इनकी फिल्मों का बहिष्कार कर इन्हें हिंदुओं की ताकत दिखाए.
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