मुंबई में ‘ओ.टी.टी. एवं फिल्मी दुनिया के दुष्कर्म’ कार्यक्रम के माध्यम से जनजागृति
अश्लीलता फैलाने वाले माध्यमों के विरोध में कानून बनना चाहिए, सिनेमा में भी ड्रेस कोड निश्चित होना चाहिए और इसका उल्लंघन करने वालों को दंड मिलना चाहिए। सरकार के साथ अभिभावक, युवा संस्था बनाकर इस सूत्र पर मिलकर काम करना चाहिए। ओ.टी.टी. प्लेटफार्म पर यौन, अभद्र और अनैतिक सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कानून सहित ‘एथिक्स कोड’ (नैतिकता की आचार संहिता) लागू करें। विश्व गुरु बनने का प्रयास कर रहे भारत की संस्कृति को बचाने के लिए अश्लीलता के दानव को समाप्त करना होगा, ऐसा प्रतिपादन ‘सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन’ के संस्थापक तथा पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त श्री. उदय माहुरकर ने किया। 25 फरवरी को दादर, मुंबई में ‘ओ.टी.टी. और फिल्मी दुनिया के दुष्कर्म‘ इस विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस समय ‘जेम्स ऑफ बाॅलीवुड’ की सहसंस्थापिका तथा प्रख्यात पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा और हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे उपस्थित थे। सूर्यवंशी क्षत्रिय ऑडीटोरियम, वीर सावरकर मार्ग, दादर (प) में आयोजित इस कार्यक्रम में ‘जेम्स ऑफ बॉलीवुड’ के संस्थापक संजीव नेवर व प्रसिद्ध अभिनेत्री भाषा सुंबली ने वीडियो द्वारा उपस्थित लोगों से वार्तालाप किया। कार्यक्रम में मान्यवर और जागरूक नागरिकों के साथ विविध महाविद्यालयों के प्राध्यापक और विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे।
श्री. उदय माहुरकर जी ने आगे कहा, ‘आज ‘ओ.टी.टी.’ पर 700 ऐप के माध्यम से प्रतिदिन 30 अश्लील चित्रपट युवाओं के मोबाइल पर आ रहे है, यह देशद्रोही प्रवृत्ति है। ‘अश्लील चित्रपट, बलात्कार का मुख्य कारण है। 80 प्रतिशत आरोपी बताते है कि उन्होंने अश्लील चित्रपट देखकर बलात्कार किया। इस संदर्भ में 4 महीने की सुनवाई हो, 10 से 20 वर्षों का दंड हो, तथा 3 वर्षों तक जमानत न मिले, ऐसा कानून हो।
‘जेम्स ऑफ बॉलीवुड’ की सहसंस्थापिका और प्रख्यात पत्रकार स्वाती गोयल शर्मा ने कहा, ‘ओ.टी.टी. प्लेटफॉर्म्स पर सिनेमा और वेब सीरीज के माध्यमसे अश्लीलता, हिंसा फैलाई जा रही है। हिंदी सिनेमाजगत में बहुत से बड़े बड़े अभिनेता, अभिनेत्री हमारे देवता, देश और संस्कृति को बहुत वर्षों से बदनाम कर नई पीढ़ी पर गलत परिणाम डाल रहे है। संस्कृतिद्रोही हिंदी सिनेमाजगत के बहकावे में ना आकर स्वयंघोषित ‘स्टार्स’ को उनकी जगह दिखाने का समय आ गया है। इस झूठे आदर्शों को अपने जीवन से निकालेंगे तो ही अपने परिवार का भला होगा।
हिन्दू जनजागृति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने कहा, ‘आदर्श परिवार व्यवस्था आज केवल भारत मे बची है; परंतु यहां पर भी ‘लिव इन रिलेशनशिप’ लाया गया है। ‘लिव इन रिलेशनशिप’ भारत में लाने का कार्य हिन्दी सिनेमा जगत ने किया है। हिन्दी सिनेमाजगत के अनुचित प्रकारों का हिन्दू जनजागृति समिति ने समय-समय पर विरोध किया है। समिति के विरोध से ‘अल्ट बालाजी’ की एकता कपूर को क्षमा मांगनी पड़ी। हिन्दी सिनेमा जगत के अश्लीलता के विरोध में उदय माहुरकर जी द्वारा चालू किया गया अभियान सराहनीय है। आने वाले समय में अश्लीलता रोकने का काम सरकार करेगी, लेकिन हमारे हाथ मे रहने वाले मोबाइल पर आने वाली जानकारी से क्या लेना और क्या नही लेना है, यह हमें निश्चित करना है।
‘जेम्स ऑफ बॉलीवुड’ के संस्थापक संजीव नेवर ने उपस्थित लोगों से वीडियो द्वारा संवाद करते समय कहा ‘मनोरंजन के माध्यम से आपराधिक कृत्य करने को प्रवृत्त करने वाला यह आतंकवाद, ओ.टी.टी. प्लेटफार्म के माध्यम से अभी घर घर में पहुचा है। इस प्लेटफॉर्म पर फैलाने वाले अश्लील चित्रण में सहभागी अभिनेता और अभिनेत्रियां सुरक्षा में रहते है; लेकिन उसकी बलि चढ़ने वाली सामान्य घर की छोटी लड़कियां रहती है। ओ.टी.टी. प्लेटफार्म सेन्सर कानून के अंतर्गत न आने से हिन्दी सिनेमा जगत उसमे अश्लीलता और वीभत्सता फैला रहा है, यह रुकना चाहिए। इसी प्रकार ‘द कश्मीर फाइल्स’ सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री भाषा सुंबली ने वीडियो द्वारा संवाद करते हुए कहा ‘ भारतीय हिन्दी सिनेमा जगत द्वारा सिनेमा तथा ओ.टी.टी. प्लेटफॉर्म्स पर दिखाए जाने वाले वेब सिरीज में अश्लील और वीभत्स दृश्यों के कारण आज की युवा पीढ़ी को दूषित किया है, इस के विरोध मे सामान्य जनता को जागृत करने का काम आज आवश्यक बन चुका है।
इस कार्यक्रम का आरंभ मान्यवर वक्ताओं के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम के आरंभ में उपस्थितों को ‘संस्कृति बचाओ, भारत बचाओ’ तथा ‘हलाल जिहाद’ इस विषय पर चित्रफित ‘प्रोजेक्टर’ के द्वारा दिखाई गई । मार्गदर्शन के उपरांत पूछे गए प्रश्नों का मान्यवर वक्ताओं द्वारा उत्तर देकर उनका शंका समाधान किया गया। हिन्दी सिनेमा मे दिखाए गए अश्लील और अयोग्य दृश्यों के विरोध में कानूनन लड़ाई करने वाले अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर जी का इस समय सत्कार किया गया। ‘जेम्स ऑफ बॉलिवुड’ की ओर से प्रकाशित ‘ओ.टी.टी. आक्षेपार्ह सामग्री संशोधन’ नाम की एक व्यापक श्वेतपत्रिका और ‘सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन’ के 2023 वर्ष की वार्षिक रिपोर्ट का मान्यवर वक्ताओं के द्वारा प्रकाशन हुआ। संपूर्ण ‘वंदे मातरम’ से कार्यक्रम का समापन हुआ।
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