हाल के दिनों में कहीं भी कभी भी एक खास समुदाय की तरफ से अचानक मजार बना दिये जाने के कई मामले सामने आये हैं. सरकारी संपत्ति पर बड़ी ही आसानी से विशेष समुदाय के लोग कब्जा करके मजार बनाने का काम कर रहे हैं. ये खेल दिल्ली से लेकर बिहार, झारखंड और हरियाणा तक हो रहा है.
इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के विदिशा से ऐसी ही हैरान करने वाली खबर सामने आयी है. जहां सीएम राइज स्कूल में एक मजार नुमा चबूतरा बनाए जाने का मामला सामने आया है। भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल की प्रभारी प्राचार्य शाहिना फिरदौस के पति बन्ने खां जो स्कूल में ही स्पोर्ट्स टीचर रहे, उन्होंने इस पद से रिटायर होने के बाद यह चबूतरा बनवा दिया। जांच में टीचरों के बयान के बाद जब इसकी पुष्टि हुई तो प्राचार्य शाहिना को हटाकर पास के ही एक स्कूल में पदस्थ कर विवाद को दबाने की कोशिश की गई। विदिशा जिले के कुरवाई स्थित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (सीएम राइज) का ये मामला है।
रिपोर्ट के मुताबकि टीचरों ने बयान में कहा है कि स्कूल में बच्चों को राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और सरस्वती वंदना गाने पर भी कई सालों से पाबंदी रखी गई। विदिशा के जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से इसकी गोपनीय स्तर पर जांच कराई गई, साथ ही रिपोर्ट स्कूल शिक्षा संचालनालय को भेजी। इसी के बाद कार्रवाई की प्रक्रिया आगे बढ़ी है। बयान में टीचरों ने बताया कि शाहिना फिरदौस द्वारा प्राचार्य रहते हुए फरवरी 2022 में मजार नुमा चबूतरा बनवाया गया। इससे पहले उस जगह पर कुछ नहीं था। लेकिन जब स्कूल के ही एक रिटायर शिक्षक बलीराम साहू ने सरस्वती मंदिर निर्माण की अनुमति शाहिना फिरदौस से मांगी तो उन्होंने इसके लिए मना कर दिया।
टीचरों ने लिखित बयान में ये भी कहा कि स्कूल में राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और सरस्वती वंदना नहीं कराई जाती। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि “यह बात सही है कि मजार नुमा चबूतरा बनाया गया। जांच में इसकी पुष्टि हुई है। कलेक्टर को इसे तोड़ने के लिए लिखा है। तत्कालीन प्राचार्या ने ही स्कूल में रिनोवेशन के दौरान इसे बनवाया। यह भी शिकायत थी कि राष्ट्रगान-राष्ट्रगीत नहीं होता। यह होने लगे हैं”.
इस पूरे मामले में NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कार्रवाई का भरोसा देते हुए ट्वीट कर कहा है “बच्चों को राष्ट्रगान व राष्ट्रीय गीत से वंचित करना एक गम्भीर अपराध है,इस तरह के मामलों में सख़्त व तुरंत प्रतिक्रिया आवश्यक होती है। इसलिए आज मैं स्वयं विदिशा ज़िले के कुरवाई में दौरा कर कर यथेष्ट कार्यवाही सुनिश्चित करुंगा”।
बच्चों को राष्ट्रगान व राष्ट्रीय गीत से वंचित करना एक गम्भीर अपराध है,इस तरह के मामलों में सख़्त व तुरंत प्रतिक्रिया आवश्यक होती है।
इसलिए आज मैं स्वयं विदिशा ज़िले के कुरवाई में दौरा कर कर यथेष्ट कार्यवाही सुनिश्चित करूँगा। pic.twitter.com/ETi4mMBt54— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) October 6, 2022
बता दें आपको जून 2022 में प्रदेश के हर विकासखंड में एक स्कूल को सीएम राइज स्कूल योजना में शामिल किया गया। पहले चरण में 275 स्कूल इसके लिए चुने गए। कुरवाई का यह स्कूल भी इसी योजना में आया तो इसका खुलासा हुआ.
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