हाल के सालों योगी आदित्यनाथ एक ब्रैंड की तरह स्टैवलिश हुए हैं, उनका मॉडल जिसे योगी मॉडल कहा जाता है उसे दूसरे राज्य भी अपना रहे हैं, योगी को इस तरह फॉलो करने की वजह तलाशी जाए तो दो फैक्टर दिखते हैं।साल 2017 में सत्ता में आने के बाद योगी ने इन क़ानूनों के ज़रिए सख्त प्रशासन की अपनी छवि बनाई ही। साथ ही वह हिंदुत्व के ताकतवर ‘ब्रैंड’ बनकर भी उभरे। जनधारणा यह बनी कि योगी ने जो क़ानून बनाए, वे लॉ एंड ऑर्डर की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ हिंदू धर्म की रक्षा करने वाले हैं।

भारतीय राजनीति का पिछले कुछ वर्षों के दरम्यान जो मिजाज बदला है, उसमें ‘हिंदुत्व’ एक अहम फैक्टर बन गया। किसी भी राजनीतिक दल के लिए उसे नकार पाना संभव नहीं। दरअसल, ‘योगी मॉडल’ से अभिप्राय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों से हैं, जिनमें से ऐसे तत्वों और माफिया के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल शामिल है. इतना ही नहीं, विकास दुबे एनकाउंटर का मामला भी योगी आदित्यनाथ की सख्ती का परिचय देता है.

मध्य प्रदेश सरकार ने भी अपने यहां यूपी जैसा क़ानून बनाकर प्रभावी कर दिया है। इसके तहत दंगे या अन्य किसी भी तरह के आंदोलन के दौरान अगर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है, तो नुकसान करने वालों की पहचान कर उनसे वसूली की जाएगी। भारतीय दंड संहिता के तहत कोर्ट जो सजा देगा वह अलग। यूपी में यह क़ानून इसी साल लागू किया गया है।

मध्य प्रदेश से पहले हरियाणा सरकार भी योगी सरकार के इस क़ानून को अपने यहां ‘कॉपी’ कर चुकी है।बीजेपी शासित दो अन्य राज्यों से भी इस तरह की ख़बरें आई हैं कि वे भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों से वसूली के लिए यूपी जैसा क़ानून बनाने पर विचार कर रहे हैं। वैसे यह पहला मौका नहीं, जब बीजेपी की सरकारों वाले राज्यों में यूपी के क़ानून को अपनाने की होड़ लगी हो। इससे पहले जब योगी सरकार ने शादी के लिए धर्मांतरण को रोकने का क़ानून बनाया, जिसे आम बोलचाल की भाषा में लव जिहाद के ख़िलाफ़ क़ानून का नाम मिला, तो उसे भी कई राज्यों ने कॉपी कर लिया। इनमें गुजरात, उत्तराखंड, हरियाणा, असम शामिल रहे। गोवंश हत्या को रोकने के लिए यूपी सरकार के क़ानून के कई प्रावधान भी दूसरे राज्यों को भाए और उन्होंने अपने यहां उसे शामिल किया। जुलाई 2022 मेों कर्नाटक में बीजेपी नेता प्रवीन नेट्टारू की हत्या हो गई थी. जिसे लेकर जारी बवाल के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि वह भी योगी मॉडल अपना सकते हैं. भाजपा नेता प्रवीण नेट्टारु की हत्या के बाद जारी बवाल के बीच आलोचनाओं का सामना कर रहे मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई उस वक्त सबको यह कह कर चौंका दिया था कि जरूरत पड़ी तो इस मामले में ‘योगी मॉडल’ की तर्ज पर कार्रवाई की जाएगी.

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