शाहीन बाग में ,CAA के विरोध में , रूपए पैसे और जाने क्या क्या देकर सड़क चौराहे पर बिठाई गई बकरियों की दादी ,बिलकिस का नाम अचानक से टाइम मैगजीन में आने पर संवाददाता खबीस कुमार जी अपने छुहारे जैसा मुंह लेकर उनका इंटरभू लेने पहुँचे | उनसे ख़्वाबों में लिए गए इस इंटरभू के कुछ अंश आप भी पढ़िए :-
और दादी कैसा लग रहा है टाईम मैगजीन में आपका नाम आया है ??
बिलकिस : हाँ भैया , वैसे तो हम चीख चीख कर कै रिये थे , कागज़ नहीं दिखाएँगे कागज़ नहीं दिखाएंगे मगर कल से ही सब मेरे से वो कागज़ दिखाने को कै रिये हैं जिसमें मेरा नाम छपो है | बताओ भला
खबीस कुमार खींसे निपोरते हुए : अच्छा दादी , ये CAA का विरोध करने का विचार आपने ज़ेहन में आया केसे ?
बिलकिस : किसका विरोध ,CAA ?? भैया देखो हमने आज तक ABC न पढ़ी सीखी , कुफ्र होवे न वो , तो जे CAA क्या है हमें क्या पता , वो तो सलमान, रिजवान , सुलतान , मुल्तान और मेरे डेढ़ दर्ज़न बच्चों ने केई , दादी खाली टेम में क्या कर री हो , पेसे मिल रे हैं , वो भी बिना कारड दिखाए सो आ गई
खबीस कुमार हकबकाते हुए : लेकिन दादी आपका ही तो ये प्रभाव रहा है तभी तो आप दुनिया की प्रभावशाली लेंडिस चुनी गई हैं
बिलकिस दादी : देख खबीस , यो तुझे ही “चमन कैसे कैसे पुरस्कार” मिला था ,फिर इत्ती ज़ाहिल बात नू करे है , पिरभावशाली ?? मेरे खुद के लौंडे लौंडिया मेरी न सुनते , पूरा मुलुक क्या सुनेगा ?
खबीस हकबकाने से हकलाने वाले मोड पर आते हुए : अच्छा दादी अब आप क्या करेंगी , क्या सन्देश देना चाहेंगी ?
बिलकिस : अरे सबसे पेले तो मैं ,जे अपनी कौम के जो हैं न ये भटके हुए लौंडे , के कैवे हैं तुम लोग ,नौजवान , उनने रास्ते पर लाकर छोडूँगी | वैसे सच केयूं तो हमारे लौंडे तो शरीफ ही होवे हैं बेचारे , पंचर बनने से लेकर बाल बनाने तक के काम कर लेवे हैं ,मगर जे हैं न सफूरिया जैसी , इन जैसी बकरियों ने नास पीट रखा है , आधे तो वहाँ इनके चक्कर में चौराहे पर फैले पड़े रहे |
खबीस कुमार भक्क से उड़े अपने थोबड़े को लेकर अपना माईक कैमरा समेटते हुए : रहने दो दादी , तुमने तो “पूछता है भारत ” के बिना पूछे ही सारी पोल खोल दी , लगता है मनमौजी पत्रकारिता के पुरस्कार के बाद मुझे खोजी (कुत्ते वाली ) पत्रकारिता का पुरस्कार भी दिलवा कर ही मानोगी , मैं निकल रिया हूँ |
पुरस्कार लेने के लिए खबीस कुमार ने हाथ बढ़ाया ही था कि , उसकी नींद खुल गई और वो अर्श से सीधा फर्श पर जा गिरा |
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