गिद्ध राजनीति बनाम जनता की सेवा,
समाज के लिए सही क्या है?
फर्क साफ है, सत्ता मे हो या विपक्ष भाजपा हर हाल मे देश और समाज को जोड़ना चाहती वहीं कांग्रेस की गिद्ध राजनीति देश मे जातिवाद, संप्र्दायवाद और नाना प्रकार के माध्यमों से देश भर मे जहर फैलाने मे व्यस्त है।
एक तरफ फर्जी गांधी परिवार हाथरस के बहाने जातिवादी जहर फैला उत्तरप्रदेश मे अस्थिरता फैलाना चाह रहे थे वहीं दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा जी ने मात्र 24 घंटों मे जन-सहयोग (क्राउडफंडिंग) के माध्यम से 27 लाख रुपये जुटाये एवं दिल्ली से राजस्थान पुजारी जी के परिवार से मिलने के लिए भी गए।
आम जनता के लिए अत्यंत प्रेम और निःस्वार्थ सेवा का भाव ही आदर्श नेतृत्व का प्रतिबिम्ब है, और आज पुजारीजी के परिवार के लिए सेवा की जो भावना, प्रतिबद्धता कपिल मिश्रा जी ने दिखाई वो अतुलनीय है, सही मायने मे आज समाज उनकी छवि एक आदर्श जनसेवक के रूप मे उभरी है।
करौली में पुजारीजी की अमानुषिक तरीके से मारने की घटना के बाद मृतक परिवार को आर्थिक मदद के लिए कपिल मिश्रा जी के आवाहन पर ऐसी ‘वर्चुअल’ मुहीम चली की देश-दुनिया से लोगों ने एकजुटता दिखाई और महज़ 24 घंटे में 25 लाख रूपए एकत्रित हो गया। निस्वार्थ सहयोग का सिलसिला अब भी जारी है और अभी तक पीड़ित परिवार के लिए 27 लाख रूपए तक का चन्दा जमा हो चुका है जो तय लक्ष्य 26 लाख रूपए को भी पार कर गया।
आज इनके निःस्वार्थ अथक प्रयासों का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है, उनके अकेले की पहल पर समाज के लोगों व्यापक सहयोग किया और समाज के इस सहयोग एवं चेतना के दबाव में राजस्थान की गहलोत सरकार को भी शर्म के मारे मदद को आगे आना पड़ता है और नाक बचाने कुछ घोषणाएँ भी करनी पड़ती है।
हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हमेशा अपने आप को प्रधान सेवक कहते हैं, एवं भाजपा संस्कार ही ऐसे जहां नेता स्वयं को नेता नहीं बल्कि जनसेवक ही समझते हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कपिल मिश्रा जी आज एक सच्चे जनसेवक साबित हुए हैं, जिन्होने निःस्वार्थ रूप अपने क्षेत्र दिल्ली से दूर जा राजस्थान मे पुजारीजी के परिवार को हिम्मत दी है।
ये पहली बार है जब किसी भी पुजारीजी के परिवार के लिए आवाज उठाई गई एवं आर्थिक सहयोग दिलाने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से कोई मुहीम चली हो और उसमें इतनी बड़ी राशि पहुंची हो। कपिल मिश्रा जी के इस भगीरथ प्रयास की हर ओर सराहना हो रही है, आयीए हम सभी एकजुट इनका हौसला बुलंद हारें, उस नायक के साथ जुड़ें जो आम जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करे।
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