अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी एक बार फिर देश के निशाने पर हैं। इस बार हामिद अंसारी ने भारत के नागरिकों की देशभक्ति पर ही सवालिया निशान उठा दिए हैं। शशि थरूर के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में हामिद अंसारी ने ‘राष्ट्रवाद’ को कोरोनावायरस से बड़ी बीमारी बताया है। फारुख अब्दुल्ला के साथ मंच साझा करते हुए हामिद अंसारी ने कहा कि कोरोनावायरस बीमारी है मगर धार्मिक कट्टरता  औऱ राष्ट्रवाद उससे भी बड़ी बीमारी है।


मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए हामिद अंसारी ने कहा कि उप राष्ट्रपति ने कहा कि आज देश ऐसे ‘प्रकट और अप्रकट’ विचारों एवं विचारधाराओं से खतरे में दिख रहा है जो उसको ‘हम और वो’ की काल्पनिक श्रेणी के आधार पर बांटने की कोशिश करती हैं। नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए हामिद अंसारी ने कहा कि चार वर्षों की अल्प अवधि में भारत ने ‘उदार राष्ट्रवाद’ से ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’ तक की ऐसी नई राजनीतिक परिकल्पना का सफर तय कर लिया है. जो लोगों के दिमाग में मजबूती से घर कर गई है।


इससे पहले भी हामिद अंसारी योग दिवस के कार्यक्रम में ना शरीक होकर विवादों में आ चुके हैं विवादों से हामिद अंसारी का पुराना नाता रहा है। मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान हामिद अंसारी बयान दे चुके हैं कि देश में मुसलमान असुरक्षित महसूस करता है इसके अलावा शरीयत जैसे कानून लागू करने के लिए भी हामिद अंसारी हामी भरते दिखते हैं।

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