ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिंदुत्व को लेकर एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि हिंदुत्व इस झूठ पर बना है कि केवल एक ही समुदाय के पास राजनीतिक शक्ति होनी चाहिए। इसलिए हम असदुद्दीन ओवैसी को बताना चाहते हैं कि हिन्दुत्व कोई राजनैतिक विचारधारा नहीं जिस पर राजनीति हो और आरोप प्रत्यारोप हो बल्कि हिन्दुत्व भारत वर्ष में प्रचलित उन सभी आचार-विचारों, व्यक्ति और समाज में पारस्परिक सामाजिक समरसता, संतुलन तथा मोक्ष प्राप्ति के सहायक तत्वों को स्पष्ट करता है। यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें धर्म तंत्र से लोक शिक्षण सिखाने की कोशिश की गई है और यह एक जीवन-दर्शन और जीवन जीने की पद्धति है इसके माध्यम से नित्यकर्म में अध्यात्म से जोड़ कर अंतर मन को, भावनाओं को प्रबल बनाने में सहायता मिलती हैं जो मानव समाज में फैली समस्याओं को सुलझाने में सहायक है। वास्तविकता में देखा जाए तो यह धर्म ही नहीं अपितु मानवता को उत्कृष्ट बनाए रखने के लिए एक पद्धति है।
हालांकि कुछ लोगों का यह भी मानना है कि हिन्दुत्व, हिन्दू धर्म के नाम पर विकसित की गई एक ऐसी विचारधारा है जिसका भारतीय संस्कृति और परम्परा से भी कोई सम्बन्ध नहीं है, मैं उनको स्पष्ट करना चाहता हूँ कि हां! है हिन्दुत्व विकसित की गयी एक विचारधारा पर यह विचारधारा इतनी मजबूत है कि तमाम प्रतिस्पर्धाओं से गुजरते हुए भी हिन्दुत्व आज भी दैदीप्यमान है, यह हमारे पूर्वजों का हठ है जिसकी रक्षा के लिए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी है पर इस विचारधारा पर आँच नहीं आने दी। क्योंकि यह सब मानवता की रक्षा के लिए था जोकि अनवरत जारी रहेगा।
जय हिंद।
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