इंसानियत को शर्मसार करने वाले मामलों पर हो कठोर कानून पास, सरेआम सर कलम या नपुशंक बनाने का बने कानून…
पिछले कई वर्षों से हमारे आसपास और हिंदुस्तान की धरती पर रोज कहीं ना कहीं किसी ना किसी शहर से ऐसी खबर आती है कि नन्ही नन्ही मासूम बच्चियों को यह इंसान के रूप में हैवान बन कर घूम रहे भेड़िए नोच नोच कर मानवता को शर्मसार करते हैं इनकी दरिंदगी की हद बहुत ही ज्यादा डरावनी और भयावह होती है अलग-अलग मामलों में जमीन की हैवानियत को पढ़ते हैं तो वाकई में सर शर्म से झुक जाता है कि इंसान के रूप में यह राक्षस किस कदर मानवता को शर्मसार करते दिखाई देते हैं
देश के किसी भी कोने में है जब इस तरह की घटनाएं आती है तो एक आम व्यक्ति केवल दुख के या फिर अपराधी से घृणा के अलावा कुछ नहीं कर पाता लेकिन उसी आम व्यक्ति के मन में सरकार में सरकार के नुमाइंदों के प्रति एक बात जरूर मन में आती है कि ऐसे मामलों में अपराधियों के ऊपर क्यों ना किसी प्रकार का कठोर कानून बनाया जाए जिस तरह विश्व के अलग-अलग देशों में इस तरह के अपराधों पर अलग-अलग प्रकार के कानून बनाए गए हैं उसी तरह से हिंदुस्तान की धरती पर अगर बलात्कार जैसे दरिंदगी वाले वाक्यों पर कठोर सजा नहीं होगी तब तक हिंदुस्तान की धरती रक्तरंजित होती रहेगी विश्व के कई देशों के कानून से शिक्षा लेते हुए हिंदुस्तान की भी कानून प्रणाली को ऐसी घटनाओं के अपराधियों का सार्वजनिक सर कलम करने या फिर ऐसे अपराधियों के हमेशा हमेशा के लिए नपुंसक बनाने कठोर कानून तुरंत प्रभाव से लागू करना चाहिए
आज हिंदुस्तान के अंदर किसी भी अपराध को जाति की दृष्टि से देखा जाता है धर्म की दृष्टि से देखा जाता है फल स्वरूप जाति और धर्म में बंटा देश और देश की व्यवस्था में यह कानून किसी को न्याय नहीं दे पाता है इसलिए सरकारों से भी विनम्र आग्रह है कि बलात्कार और हैवानियत जैसी मानवता को झकझोर देने वाली ए मानवीय कृत्य करने वाली घटनाओं पर अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए ताकि हर व्यक्ति इसकी शिक्षा ले सके पहले भी हम हमारे लेख के माध्यम से कह चुके हैं किस तरह के कृत्यों को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक रूप से प्रसारण व्यवस्था पर भी कुछ हद तक लगाम लगाने की जरूरत है क्योंकि आज प्रसारण वेब सीरीज या कुछ इन हाउस बिग बॉस जैसे आयोजनों से केवल और केवल हिंदुस्तान में अश्लीलता परोसने का कार्य यह बॉलीवुड के भांड कलाकार कर रहे हैं उन पर भी लगाम लगाने की जरूरत है
प्रत्येक हिंदुस्तानी का यह कर्तव्य बनता है हिंदुस्तान की धारा रक्तरंजित ना हो साफ-सुथरी रहे संस्कार सम्मान व स्वाभिमान जिंदा रहे इसके लिए मानवता के खिलाफ इंसानियत के खिलाफ हो रही है ऐसी घटनाओं को लगाम लगाने के लिए इन घटनाओं के अपराधियों पर कड़क से कड़क कानून बने और कठोर से कठोर सजा इनको मिले ऐसा प्रयास हमें करना चाहिए, राजस्थान के प्रतापगढ़ में कल घटी घटना ने झकझोर के रख दिया आप इस घटना को जब पढ़ेंगे तो आपको लगेगा कि इंसान के रूप में भगवान ने कैसे राक्षसों को पैदा कर दिया एक व्यक्ति इंसान होकर इंसान के साथ ऐसा कैसे कर सकता है ऐसी कौन सी तालीम ऐसा कौन सा संस्कार उन लोगों को मिला जिसके माध्यम से ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए वह आ गया है कहीं ना कहीं इस पूरे परिदृश्य पर भी गौर करने की जरूरत है कि कैसे एक व्यक्ति इंसान सेवन बंद कर मानवता को शर्मसार कर रहा है
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