लव जिहाद के विरूद्ध कानून बनाना और वो भी सख्त से सख्त कानून बनाना कितना जरुरी था ये कानून बन जाने के बाद लगातार मुगलों की हो रही गिरफ्तारियों की ख़बरों /घटनाओं के समाचार में आने के बाद महसूस हो रहा है।
सिर्फ पिछले पन्द्रह दिनों में ही बीस से अधिक मामलों में , दर्जन भर से अधिक मुगलों को पुलिस ने लव जेहाद और जबरन धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत पर पकड़ कर जेल में ठूँस दिया है जहां उन पर अब मुकदमा चलाया जा रहा है और यदि ये मुगलिये खुद को संदेह से परे निर्दोष साबित नहीं कर पाए तो फिर उन्हें अधिकतम 10 साल की कैद होना तय है।
हाल ही में घटी ऐसी ही एक घटना में मुरादाबाद के रशीद ने , बिजनौर की रहने वाली एक युवती जो अपनी पढ़ाई के सिलसिले में देहरादून में रह रही थी उसे अपने भाई के साथ मिल कर लव जेहाद में फंसा कर शादी कर ली और अब उसका धर्म परिवर्तन कराने की तैयारी में था।
तभी , सनातन के सच्चे प्रहरी और हनुमान भक्त ,निडर ,निर्भीक बजरंग दल के युवा हिन्दुओं ने इस सारे षड्यंत्र का पता चलते ही , पीड़िता के माँ और पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस के साथ मिल कर देहरादून के रजिस्ट्रार कार्यालय में दबिश देकर उन दोनों भाइयों को गिरफ्तार करवा दिया जहां से उन्हें दंडाधिकारी के पास पेश करके न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया गया।
युवती के नाबालिग होने की दशा में ,जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश के अपराध में जहां उन्हें दस साल की अधिकतम कैद हो सकती है वहीँ योगी सरकार के नए कानून के लागू होने के कारण अब ये शादी भी अमान्य घोषित कर दी जाएगी।
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