मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह स्थल के विवाद और विभिन्न वाद प्रतिवाद के बीच , अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने मथुरा के जिला न्यायालय में याचिका दायर कर -ईदगाह मस्जिद में पढ़ी जा रही नमाज को बंद कराए जाने की याचना की है। संगठन की तरफ से अध्यक्ष और अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने इस याचिका को दायर करके , मस्जिद में पांच वक्त की पढ़ी जा रही नमाज को तत्काल प्रतिबंधित किए जाने की मांग की है।
इस याचिका में कहा गया है कि ईदगाह मस्जिद में कभी भी नमाज नहीं पढ़ी जाती थी , किंतु पिछले कुछ वर्षों से , जानबूझ कर और ईरादतन , दिन में पाँच वक्त की नमाज पढ़ी जा रही है ,जबकि खुद इस्लाम भी विवादित स्थलों पर इबादत करने को सही नहीं मानता । और ऐसा सिर्फ कृष्ण जन्मभूमि स्थल पर किए गए अवैध कब्जे को बनाए रखने के लिए साजिशन किया जा रहा है ।
यह स्थल जो कि कृष्ण जन्मभूमि है ,वास्तव में हिंदुओं का तीर्थ स्थल और हिंदुओं की संपत्ति है जिसे जानबूझ कर विवादित बनाया जा रहा है ताकि शहर और समाज का आपसी सद्भाव और सौहार्द को बिगाड़ा जा सके । न सिर्फ मस्जिद के अंदर बल्कि बाहर भी सड़क और गलियों में नमाज पढ़ी जा रही है ।
याची ने इस बात को भी रेखांकित किया है कि , ईदगाह मस्जिद ,मुगल आक्रांता शासक औरंगज़ेब ने 1669 में श्री कृष्ण के जन्मस्थल पर निर्मित मंदिर को तुड़वाकर बना दी गई थी । आज भी हिन्दू मंदिर , हिन्दू स्थापत्य के प्रतीक उन भवन पर स्पष्ट देखे जा सकते हैं । इसलिए अदालत से ईदगाह मस्जिद को हटाए जाने की माँग रखी गई है ।
याचिका में कहा गया है कि , ईदगाह मस्जिद ट्रस्ट समिति के सदस्यों ने न्यायालय डिक्री के आदेश की अवहेलना करते हुए ,श्री कृष्ण जन्मस्थान ट्रस्ट की कटरा केशव देव की संपत्ति के उपर अतिक्रमण करकेव अवैध निर्माण भी कर दिया है ।
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