आज caa विरोधियों ने फिर से खुलेआम सड़क जाम करने की धमकी दी है और साथ ही भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल भटके हुए छात्रों के समर्थन में अपनी बात कही है।
2019 चुनाव जीतने के बाद से इस देश मे आंदोलन के नाम पर अराजकता और हिन्दू विरोधी गतिविधियां अचानक से बढ़ी है।
विपक्षी दल भी इसमें खूब राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करते रहे हैं।
अफसोस यही है कि इतने जोरदार बहुमत के बाद भी केन्द्र सरकार पंगु बनी हुई है और इनकी ढील ने अराजक तत्वों को और भी बल दिया है।
सुप्रीम कॉर्ट ने भी शाहीन बाग आंदोलन पर प्रतिक्रिया दी थी कि कोई भी लंबे समय तक आम नागरिक के अधिकारों को सड़क जाम करके समाप्त नहीं कर सकता है फिर भी अगर इस तरह के अराजक आंदोलन होते है और इस बार सरकार ठोस कदम नहीं लेती तो इससे अच्छा है ये सरकार अपना बोरिया बिस्तर ले कर हिमालय चला जाए।
भाजपा वालों याद रखना आप अभी सत्ता में हो तब ये हाल है आपका कि आप कोई ठोस कदम नहीं उठा सकते।
क्या किया आपने शाहीन बाग में, कुछ नहीं किया था बस बेगुनाहों की मौत के बाद चार्गशीट बनाते रह गए।
मुकदमा चलता रहेगा।
जनता आपको बहुमत दे रही है ताकि आप फैसला ले सको पर आपका यही रवैया आगे रहा तो याद रखना 2024 में नोटा से कम वोट लाने वाली पार्टी अपना प्रधानमंत्री बना लेगी।
आपके चुनाव जीतने से क्या फायदा जब विभाजनकारी शक्तियां अपने हिसाब से अपना एजेंडा चलती रहेगी ।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.