बिहार के बांका में स्थित मदरसे के बम विस्फोट के बाद अब अररिया से भी ऐसी घटना सामने आई है। अररिया में मोहम्मद अफरोज नाम का शख्स अपने झोले में बम रखकर जा रहा था और जब वह किसी सरिया से टकराया तो उस बम में विस्फोट हो गया। इस धमाके में मोहम्मद अफरोज का दाहिना हाथ उड़ गया उसे घायल अवस्था में पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस को घटनास्थल से दो जिंदा बम भी बरामद हुए हैं।


अब सवाल पूछा जाना चाहिए कि बांका में मौजूद मदरसे में जब बम विस्फोट हुआ तो उसमें मौलवी की मौत हुई और उस विस्फोट के बाद घायल हुए सारे आदमी अब तक फरार हैं। बांका के बाद अररिया में हुए धमाके की गूंज सेकुलर हिंदुस्तान के कानों पर किसी थप्पड़ की तरह सन…सन…सन कर रही है। आखिर सवाल पूछा जाना चाहिए कि बांका के मदरसे का मौलवी और अररिया का अफ़रोज़ किस पर इस्तेमाल करने के लिए ये बम बना रहा था? 


खुद को Peace Religion कहने वाले अदीबों को ज़रा ठहरकर गिरेबान में झांककर देखना चाहिए कि मजहबी लकीर किस दिशा में खींची जा रही है? अभी हाल ही में क़सीम नामक M शख्स के वायरल वीडीओ में उसे कहते हुए सुना जा सकता है कि उनकी कौम के पास इतने हथियार हैं कि जब चाहें खून की नदी बहा सकते हैं। फिलहाल पुलिस अररिया मामले की जांच कर रही है, कानून अपना काम धीरे धीरे करेगा मगर आपको और हमें चौंककर जाग जाना चाहिए कि आखिर ऐसे लोग देश को किस दिशा में लेकर जाना चाहते हैं।

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