तथाकथित किसान आंदोलन में अब भीड़ नहीं है ऐसे में खबरों में बने रहने के लिए वहां मौजूद नेता अजीबोगरीब हरकतें करते रहते हैं । दिल्ली के टिकरी बॉर्डर से चौंकाने वाला मामला आया है। खबर है कि टिकरी बॉर्डर के पास एक व्यक्ति को शहीद बताकर जिंदा जला दिया गया और बाद में उसे लेकर जातीय टिप्पणी की गई। अब मृतक के भाई के बयान पर मामला दर्ज हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदर्शन के नाम पर हुई ये भयानक घटना बहादुरगढ़ बाईपास पर स्थित गाँव कसार की है। मुकेश कसार का ही रहने वाला था और शाम को घूमते हुए प्रदर्शन में शामिल होने आया था। रिपोर्ट्स के अनुसार मुकेश को पहले शराब पिलाई गई। फिर लड़ाई-झगड़ा होने पर उसे शहीद बता कर उस पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी गई।

आग लगने के बाद मुकेश को बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल लाया गया था. 90% झुलसे हुए मुकेश ने करीब 2:30 बजे दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने किसानों पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया और परिजनों ने मृतक का शव लेने से मना कर दिया। परिजनों ने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी के साथ सुरक्षा की गारंटी सरकार दे।

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स बता रहे हैं कि कसार ब्राह्मणों का गाँव है और मुकेश पर कृष्ण व एक अन्य आरोपित ने आग यह कह कर लगाई कि ब्राह्मण किसान आंदोलन में नहीं आते। 

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