किसानआंदोलन में शामिल किसान नेताओं और प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार पड़ी है। कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि “आपने शहर को बंधक बनाया हुआ है, इस तरह से हाईवे और सड़क जाम करने का कोई औचित्य नहीं बनता। अगर आप SC के सामने आ चुके हैं तो प्रदर्शन खत्म होना चाहिए था। सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर तीनों #कृषिकानून को कोर्ट में चुनौती दी जा चुकी है तो उसके बावजूद महीनों तक इस तरह से हाईवे और सड़कें जाम करने का क्या मतलब!! अगर SC का दरवाजा खटखटाया है तो कोर्ट पर भरोसा करना चाहिए आप इस तरह से शहर को बंधक नहीं बना सकते।।

सुप्रीम कोर्ट की इस कड़ी टिप्पणी के बाद राकेश टिकैत और उनकी कंपनी को यह सोचना चाहिए कि आखिर जिन लोगों के इशारों पर वह महीनों से देश की राजधानी दिल्ली और तमाम शहरों को बंधक बनाकर बैठे हैं उन्हें अब सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद रास्तों को खाली कर लेना चाहिए।

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