इतना भी सहिष्णु और धीर नहीं होना चाहिए कि पाषाण समझ कर हर आता जाता दो लात मारता जाए। आज यही सब कुछ हो रहा है हिन्दुओं और सनातन से जुड़ी हर मान्यता के साथ। रोजाना कोई भी , जानबूझकर साजिशन कोई न कोई ऐसी हरकत करता जिससे हिन्दुओं को उकसाया जा सके और अगर उस पर हिन्दुओं ने प्रतिक्रिया दी तो वो हिंसक झगड़ालू असहिष्णु और अगर नहीं प्रतिक्रया दी तो वे कायर तो हैं ही। चित्त भी उनकी और पट भी।

इन नवरात्रि में जहां हिन्दू अपनी माँ दुर्गा की पूजा उपासना में लगे होते हैं वहीँ , एम्स में प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले शोएब के लिए ये मौक़ा होता है अपने एजेंडे को अपनी बीमार मानसिकता को और दूसरे धर्मों को नीचा दिखाने वाली जेहादी सोच को अमली जामा पहनाने का और वो रामलीला के नाम पर फिर वही सब करता और अपने साथियों से करवाता है जो ये वास्तव में करना चाहते हैं। UNacademy नामक ऑनलाइन ट्यूशन पोर्टल के वीडियो ब्लॉग के लिए तैयार किया गया ये फूहड़ मंचन भाषा और शैली के लिहाज से बेहद आपत्तिजनक है ।

इसे लोगों के देखने के लिए एम्स इंसाईडर नामक इस चैनल पर अपलोड कर दिया गया है ताकि पूरी दुनिया ये देख सके कि , चिकित्सा करने वाला देश का सबसे प्रतिष्ठित संस्थान और उसके विद्यार्थी मानसिक रूप से कितने बीमार हैं कि भगवान राम तक का उपहास -कौशल्या का लौंडा है और जाने कितने ही असभ्य शब्दों का प्रयोग कर के उड़ा रहा है ।

जिस ट्यूशन पोर्टल Unacademy के वीडियो ब्लॉग के लिए शादाब ने इसे बनाया है वो पहले भी हिंदुओं को नीचा , साम्प्रदायिक , हिंसक बताने दिखाने के कई प्रयास करती रही है । देखिए ये नीचे का चित्र

लोगों ने #antihinduunacademy के साथ इनका विरोध शुरू कर दिया है और अपने तरीके से इन्हें करारा सबक सिखा रहे हैं । क्या करें , हिन्दू हैं न , न तो किसी दूसरे के ईष्ट का अपमान करेंगे न ही अपने के अपमान पर शहर गाँव जलाएंगे ।

लेकिन सवाल ये है कि , कानून का डर कब होगा ऐसी हरकत , ऐसा अपराध करने वालों को । और ये सब पूरी तरह से बंद हो पाए , ये कौन तय करेगा ।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.