कहते हैं जब तक मुसीबत खुद के दरवाज़े पर दस्तक नहीं देती, तब तक आपको परेशानी का एहसास नहीं होता कि आप कितनी बड़ी मुसीबत में हैं। ऐसी ही एक मुसीबत है लव जिहाद. जो हमारी बेटियों को निगलती जा रही है. और हमारे देश के वामपंथी इसे बीजेपी और आरएसएस की साजिश बताकर हंसी मज़ाक में उड़ा देते हैं. लेकिन अब पानी सिर से उपर चला गया है एक के बाद एक देश में अलग-अलग जगहों में लव जिहाद की घटनाएं बढ़ती जा रही है. ये कहना गलत नहीं होगा कि देश में हिंदु लड़कियों का रहना दूभर हो गया है और ‘लव जिहाद’ एक ऐसी समस्या बनती जा रही है जिसको हंसी मज़ाक में नहीं उड़ाया जा सकता।

लेकिन झारखंड की हालत तो इतनी खराब हो गयी है कि लग रहा है कि सीएम हेमंत सोरेन राज्य को इस्लामिक प्रदेश बना कर ही मानेंगे. दरअसल पहले दुमका की अंकिता को शाहरुख ने एकतरफा प्यार में अपनी सनक में जिंदा जला कर मार डाला, उसके बाद एक 14 साल की आदिवासी लड़की को अरमान अंसारी ने रेप करने के बाद उसके शव को पेड़ से लटका दिया. वहीं अब लोहरदगा में एक 17 साल की आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ रब्बानी अंसारी नाम के लड़के ने पहले फोन पर दोस्ती की फिर प्यार का नाटक कर शादी का झांसा देकर उसके साथ कई दिनों कर यौन शोषण किया . जब लड़के की अलसियत सामने आयी तो वो लड़की पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालने लगा. लड़की जब नहीं मानी तो उसे कुंए में धक्का दिया और पत्थर फेंककर उसे मारने की कोशिश की लेकिन गनीमत रही कि ग्रामीणों ने नाबालिग लड़की की जान बचा ली. पीड़िता ने लोहरदगा महिला थाने में आरोपी अंसारी के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी ने अपना नाम साजन उरांव बताकर लड़की से दोस्ती की थी. फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

लेकिन इन सबके बीच जहां राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बेटियों के खिलाफ हो रहे अपराध को रोकना चाहिए वहीं वे शर्मनाक बयान दे रहे हैं. इस पूरे मामले में बीजेपी सरकार पर हमलावर हो गयी है. राज्य के पूर्व सीएम बाबूलाल मंराडी ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड ‘लव जिहाद’ का सबसे सेफ ज़ोन बनता जा रहा है। और ये कट्टरपंथी पूरे तंत्र को चुनौती दे रहे हैं.

वहीं गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड इस्लामिक राष्ट्र बनता जा रहा है .

सवाल ये कि आखिर कब हम और हमारी बेटियां समझेंगी लव जिहाद गैंग के मंसूबों को? आखिर कब तक हमारी बेटियां बोलती रहेंगी की ‘मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है’. इसलिए बेटियों को उनकी असलियत समझाइए, क्योंकि हर समय हर जगह आप या पुलिस वाले हमारी बहन-बेटियों की रक्षा के लिए मौजूद नहीं रह सकते.

 

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