सोशल मीडिया पर जबरदस्त बॉयकॉट और कई मुश्किलों के बीच फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र: पार्ट वन’ 9 सितंबर 2022 को रिलीज होने जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक ब्रह्मास्त्र देश की अब तक की सबसे महंगी फिल्मों में से एक मानी जा रही है। दावा किया जा रहा है कि ब्रह्मास्त्र को बनाने में तकरीबन 410 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। फिल्म में रणबीर कपूर अपनी स्पेशल पॉवर के साथ बुराई से लड़ते नजर आएंगे। उनके इस किरदार के लिए टेक्नोलॉजी का खास इस्तेमाल किया गया है। खबर ये भी है कि रणबीर का किरदार बाहुबली के वीएफएक्स को भी फेल कर देगा।

लेकिन दर्शकों की नजरों से कौन बचा है. सबसे बड़े क्रिटिक तो दर्शक ही हैं जो कम बजट और नए कलाकारों की फिल्मों को भी सुपरहिट करवाने की ताकत रखते हैं वहीं करोड़ों रुपये वाली बड़ी कास्ट वाली फिल्म को भी डिजास्टर बना देते हैं.

दरअसल ‘ब्रह्मास्त्र’ के विरोध के कई कारणों के बीच रणबीर-आलिया की फिल्म के विजुअल्स देखने के बाद दर्शक सवाल कर रहे हैं कि करण जौहर ने 400 करोड़ से ज्यादा रकम कहां खर्च किए? ट्विटर पर नेटिजन्स ब्रह्मास्त्र को एक महंगा लेजर शो के अलावा और कुछ नहीं बता रहें. फिल्म में विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल खूब किया गया है, जिसमें बजट का बड़ा हिस्सा खर्च किया गया। लेकिन स्पेशल इफेक्ट को लोग घटिया लेजर शो बताकर खारिज कर रहे हैं. लोगों ने कहा अच्छा होता करण जौहर एक कार्टून फिल्म ही बना लेते. लोगों की शिकायत है कि पौराणिकता के लिहाज से स्पेशल इफेक्ट बेहद बचकाने लग रहे हैं. इससे कहीं ज्यादा बेहतर और असरदार तकनीकी तो टीवी के पौराणिक सीरियल में देखने को मिल जाती है.

इन विजुअल्स को देखने के बाद लोग कह रहे कि करण जौहर ने पैसे फिल्म को बेहतर बनाने की बजाए अमिताभ, रणबीर, आलिया, नागार्जुन जैसे सुपरस्टार्स की फीस पर ही खर्च कर दिए हैं. वहीं कहा ये भी जा रहा है इस फिल्म का बजट आलिया के करियर की नौ फिल्मों की लागत के बराबर है.

इस समय सोशल मीडिया पर बॉलीवुड फिल्मों को लेकर कैंसल कल्चर चल रहा है। एक के बाद एक फिल्मों का बायकॉट भी किया जा रहा है। ऐसे में ‘ब्रह्मास्त्र’ की टीम ने तो कुछ ज्यादा ही बड़ा रिस्क ले लिया है.

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