बीते दिनों हम सब ने देखा कि किस तरह से विराट कोहली अपने जबरदस्त फॉर्म में हैं और वनडे क्या और टेस्ट मैच क्या हर तरफ उनके बल्ले की धूम मच रही है। और बीते दिनों हम सब ने ही देखा था कि किस तरह विराट कोहली woke क्रांतिकारियों के चक्कर में पड़कर होली दिवाली पर हिंदुओं को नसीहत देने वाले तमाम ट्वीट किया करते थे।

विराट कोहली पर लिबरल होने का भूत इस कदर सवार था कि वह और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा हिंदुओं को नसीहत देने वाले तमाम ट्वीट आए दिन किया करते थे लेकिन हम सब ने देखा कि किस तरह विराट कोहली वृंदावन के संत के चरणों में नतमस्तक हुए और फिर उसके बाद बाबा महाकाल की भस्म उन्होंने अपने मस्तक पर लगाई।

संत की चरण रज और बाबा महाकाल की भस्म लगाते ही विराट कोहली के बल्ले से शतक की बरसात हुई है और टेस्ट मैच में बीते कई सालों से शांत पड़ा उनका बल्ला वापिस फॉर्म में लौटा है। जाहिर सी बात है कि किस तरह महाकाल के चमत्कार से उन्हें टेस्ट मैच में उनका शतक वापस मिला है और अब उनके शतक का सूखा समाप्त हुआ है।

बीते कई सालों से अपनी बल्लेबाजी और अपने सामाजिक जीवन के चलते आलोचना झेल रहे विराट कोहली ने एक तरीके से कहा जाए तो फिर से अपनी घर वापसी की है अब वह भगवान की भक्ति कर रहे हैं जिससे उनका भाग्य बढ़ रहा है और साथ ही साथ उनका कर्म क्षेत्र भी प्रबल हो रहा है जिसका उदाहरण है उनका चलता हुआ बल्ला।

विराट कोहली से जुड़े हुए सूत्र बता रहे हैं कि विराट कोहली वापस फॉर्म में लौटने की असली वजह अपनी भक्ति और बाबा महाकाल की भस्म का चमत्कार बता रहे हैं। दरअसल बाबा महाकाल के मंदिर से विराट कोहली को प्रसाद और भस्म भभूत दी गई जिसको अपने माथे पर लगाकर विराट कोहली अपना टेस्ट मैच खेलने गए और परिणाम सबके सामने है। माथे पर बाबा की भस्म लगाते ही कोहली के माथे पर अटकी हुई सारी लकीरें बदल गई हैं।

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