144 वर्षों में एक बार आने वाले महाकुंभ मेले में भारत के 50 करोड़ से अधिक हिन्दू श्रद्धालु और 50 से अधिक देशों के लाखों विदेशी श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा से भाग ले रहे हैं। वे इस पवित्र अवसर का आनंद ले रहे हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिक, शोधकर्ता और विचारक भी महाकुंभ के आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व को स्वीकार करते हैं। ऐसे वैश्विक महोत्सव को ‘फालतू’ कहकर माजी केंद्रीय रेल मंत्री एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने करोड़ों हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। हिन्दू जनजागृति समिति इस बयान की तीव्र निंदा करते हुए सरकार से मांग करती है कि लालू प्रसाद यादव पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए!

दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महाकुंभ मेले में भीड़ प्रबंधन को लेकर पूछे गए प्रश्न पर लालू यादव ने कहा - “कुंभ कहा कोई मतलब है। कुंभ फालतू है।” इस संबंध में एएनआई समाचार एजेंसी ने समाचार प्रकाशित की है। अन्य धर्माे के तीर्थस्थलों पर बोलने की हिम्मत है क्या? क्या लालू यादव ने कभी किसी अन्य धर्म के तीर्थस्थानों या धार्मिक आयोजनों को ‘फालतू’ कहा है? केवल हिन्दू धर्म और उसके पवित्र धार्मिक स्थलों का अपमान करने की यह प्रवृत्ति हिन्दू समाज सहन नहीं करेगा!

लालू यादव को जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद भी अपराधों का कोई पश्चाताप नहीं है। यदि वे हिन्दू समाज के पवित्र स्थलों का अपमान करने वाले भड़काऊ बयान देते हैं, तो यह समाज में तनाव उत्पन्न करने और हिन्दुओं की भावनाएं भड़काने का षड्यंत्र है। सरकार को इसकी गंभीरता से जांच कर लालू यादव पर कठोर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए!

श्री. रमेश शिंदे,राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

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