मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना?

पाकिस्तान में 27 % से 1 % हो गये..
बांग्लादेश में 30 % से 5 % हो गये..
अफगानिस्तान में 12 % से 0 % हो गये..
कश्मीर में 20 % से 0 % हो गये..

This data of census is collected from Google.

लेकिन हिन्दूओं को अभी भी यही ज्ञान दिया जा रहा है मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना !!

पाकिस्तान का एक भी शहर भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, तिलक जी जैसे देश भक्तों के नाम पर नहीं है परन्तु भारत के हज़ारों शहर मुगल लुटेरे और हत्यारों के नाम पर है।
लेकिन हिन्दूओं को अभी भी यही ज्ञान दिया जा रहा है, मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना!
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जलती रही जौहर में नारियां,
भेड़िये फ़िर भी मौन थे।
हमें पढाया गया अकबर ” महान “
तो फिर महाराणा प्रताप कौन थे ?

सड़ती रही लाशें सड़कों पर गांधी फिर भी मौन थे, हमें पढ़ाया गांधी के चरखे से आजादी आयी, तो फांसी चढ़ने वाले 25-25 साल के वो जवान कौन थे ?

वो रस्सी आज भी संग्रहालय में है , जिससे गांधीजी बकरी बांधा करते थे।
किन्तु वो रस्सी कहां है, जिस पर भगत सिंह , सुखदेव और राजगुरु हंसते हुए झूले थे?

गांधी जी मुल्ला प्रेमी(इस्लाम समर्थक) था।
यहीं से शुरुआत हुई ” ईश्वर अल्लाह तेरो नाम “, ” मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना ” !!

आयशा कौन थी?

ईश्वर अल्लाह कभी एक हो ही नहीं सकते क्योंकि ईश्वरीय ज्ञान सादगीपूर्ण जीवन जीना सिखाता है।
और अल्लाह के खोज करने वाले खुद पैगंबर मुहम्मद अलग मिजाज के थे, जिसने कई बीवी होने के बावजूद भी 53 साल की उम्र में 7 साल की आयशा से निकाह किया था।

Source: Google/Wikipedia

ईश्वरीय ज्ञान हर जीवों के प्रति दया भाव सिखाता है किसी को मारना या काटना नहीं सिखाता ।।
जबकि इस्लाम में खुलेआम जीवों की हत्या की जाती है और बड़े गर्व से मुल्ले कहते हैं “अल्लाह को प्यारी है कुर्बानी “।

यहां तक कि अल्लाह ये भी कहता है ” जो इंसान मुसलमान नहीं है , वो काफिर है और काफिरों को जहां पाओ उनका कत्ल कर दो । “

फिर भी हमें यही पढ़ाया जाता है कि “मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना”!

कोई तो कारण रहा होगा कि अंग्रेजों ने सारे देशभक्तों को फांसी पर लटका दिया।
लेकिन गांधी और नेहरू को एक झापड़ तक नहीं मारा ।।आखिर क्यों? पूछता है भारत !
और यह बात केवल हम नहीं हमारे साथ पूछता है सारा भारत!

पत्थर के संग रहना है तो फिर पत्थर बनना सीखो।
धर्म बचाना चाह रहे हो तो कट्टर हिंदू बनना सीखो।
वरना कुछ सालों में घर में चिट्ठी बांटी जाएगी।
कर कबूल इस्लाम नहीं तो गर्दन काटी जाएगी।।

इसलिए गर्व से कहो हम हिंदू हैं
और हिंदू धर्म सबसे ऊंचा सत्य सनातन है
सत्य सनातन सर्वोपरि

सारे विश्व में धर्म केवल एक ही है सत्य सनातन हिंदू धर्म बाकि सब कुछ मजहब, संप्रदाय और इत्यादि के अलावा कुछ नहीं है।।

जय हिंदुत्व-जय हिंदुराष्ट्र
भारत माता की जय
सत्य सनातन की जय
वंदे मातरम? जय श्री राम ? जय हिंद

सनातन धर्म युगे युगे ????

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