छत्रपति शिवाजी महाराज का हिंदवी स्वराज्य: गर्व से हिंदू

यशवंत, कीर्तीवंत । सामर्थ्यवंत, वरदवंत । पुण्यवंत आणि जयवंत । जाणता राजा ॥ आचारशील, विचारशील । दानशील, धर्मशील । सर्वज्ञपणे सुशील । सकळाठायी ॥...

आस्था – एक विमर्श

दुनिया में कई लोग आस्था को महज धार्मिक चश्मे से देखते हैं लेकिन ये सच नहीं। ऐसा समझना आस्था जैसे एक व्यापक मानवीय गुण...

क्या हिन्दुस्तान की राजनीति में से धर्म को निकाला जा सकता है?

मेरा मानना है नहीं निकाला जा सकता है क्योंकि हिंदुस्तान का निर्माण ही धर्म के आधार पर हुआ है, बंटवारा इसका उदाहरण है। हमारे...

शंखनाद

हैं जल रहे लोग सब, जल रही हैं खिड़कियाँ मैं आस-पास देखता, जो देखा सारा लिख दिया कहानियाँ, सब अपनी-अपनी लिख रहे मैं सच...