बदरुद्दीन अजमल ने जिस तरह से आसाम में  विदेशी फंडिंग के जरिए एक बड़े नेटवर्क को बनाया है उसका खुलासा अब लगातार हो रहा है। इस खुलासे के बाद अब अल इमदाद यूके, तुर्की IHH द्वारा कई साइटों को कानूनी नोटिस दिए गए। बड़ा सवाल उठता है कि क्या अजमल भारतीयों को लड़ने के लिए विदेशियों को आमंत्रित कर रहा है?

गौरतलब है कि बदरुद्दीन अजमल को  तुर्की, फिलिस्तीन और ब्रिटेन जैसे कई कट्टर मुस्लिम संगठनों के द्वारा  लगातार फंडिंग मिलती रही है। बदरुद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) की पार्टी AIUDF (ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट) असम में कॉन्ग्रेस की साझेदार रही है। इसी AIUDF से जुड़े अजमल फाउंडेशन (Ajmal Foundation) पर विभिन्न संदिग्ध स्रोतों से 69.55 करोड़ रुपए की विदेशी फंडिंग लेने का आरोप लगा है।


संस्था पर यह आरोप लीगल एक्टिविस्ट समूह, लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी (LRO) ने लगाया है। इनका कहना है कि अजमल फाउंडेशन को मिला फंड ऐसे स्रोतों से मिले हैं जो टेरर फाइनेंसिंग और मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधियों में संलिप्त हैं।


 अजमल फाऊंडेशन के जरिए लगातार विदेशों से मिल रही टेरर फंडिंग के जरिए बदरुद्दीन अजमल नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है और अब जब केंद्र सरकार की रडार उस पर घूम गई है तो अब वह विदेशी संस्थाओं का सहारा लेकर लगातार बचने की कोशिश कर रहा है।

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