तथाकथित किसान आंदोलन के नाम पर नकली तस्वीरें खिंचवाते हुए जबरन दोस्ती का फलसफा चलाया जा रहा था। नकली तस्वीरों में सिख और मुस्लिम एक दूसरे को खाना खिलाते हुए नजर आते थे, इन तस्वीरों के माध्यम से सनातन विरोधी narrative को रचने का काम किया जाता था, मगर अब लगता है यह नकली नैरेटिव टूटना शुरू हो गया है। कश्मीर में दो सिख युवतियों के अपहरण, जबरन मतांतरण व मुस्लिम से शादी का श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने गंभीर नोटिस लिया है। जत्थेदार ने घटना की निंदा करते हुए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखकर कहा है कि अंतरधार्मिक विवाह व जबरन मतांतरण के खिलाफ जैसा कानून उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में लाया गया है वैसा ही कानून जम्मू कश्मीर में भी सिख लड़कियों की सुरक्षा के लिए लाया जाए।
जत्थेदार ने अपने पत्र में कश्मीर में पहले भी हुई इस तरह की घटनाओं का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में बार-बार हो रही इस तरह की घटनाओं से दुनिया भर में रह रहे सिख समुदाय के लोगों में गुस्सा है। जत्थेदार ने कहा है कि वह उम्मीद करते हैं कि सिखों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए आप उचित कदम उठाएंगे।
जाहिर है अकाल तख्त साहिब सिखों का सबसे बड़ा धर्म स्थल है ऐसे में अगर वहां के जत्थेदार किसी मुद्दे पर गंभीर संज्ञान लेते हैं तो इसका पालन सारे सिख समुदाय को करना चाहिए। लव जिहाद जैसे मसले पर मनजिंदर सिंह सिरसा जैसे तमाम लोग पहले हिंदू धर्म की मजाक उड़ा चुके हैं ऐसे में जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का यह पत्र नकली नैरेटिव रचने वाले लोगों के गाल पर करारे थप्पड़ की तरह है।
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