इस वक्त तालिबान दुनिया का सबसे शक्तिशाली आतंकवादी संगठन बन चुका है जिसके पास अपनी एक पूरी की पूरी सेना है । यहां तक कि एयरफोर्स भी है। साल 2002 में अमेरिका ने अफगानिस्तान में एक एयरफोर्स बनाई थी जिसका काम तालिबान से जंग लड़ना था । इस एयरफोर्स का नाम था अफगान नेशनल आर्मी एयर कॉर्प्स । लेकिन 15 अगस्त को इस अफगान एयरफोर्स पर तालिबान का कब्जा हो गया है।

तालिबान के कब्जे में आई इस अफगानी एयरफोर्स में 7 हजार 100 जवान हैं । तालिबान के कब्जे में अब 242 एयरक्राफ्ट हैं जिनमें लड़ाकू विमानों का बेड़ा भी शामिल हैं । तालिबान को अमेरिका के द्वारा बनाया गया एयरफोर्स कमांड सेंटर भी मिल गया है जो काबुल में है ।
भारत ने भी अफगान फोर्स को जंग करने के लिए अपने एमआई 35 अटैक हेलिकॉप्टर दिए थे लेकिन अब इस पर भी तालिबान का कब्जा हो चुका है। तालिबान के पास अब लड़ाकू विमानों का एक पूरा जखीरा है ।

तालिबान के पास निम्नलिखित एयरक्राफ्ट हैंब्राजील के बने हुए A-29 Super अटैक एयरक्राफ्ट अमेरिका में बने हुए AC-208 हेलिकॉप्टर अमेरिका में ही बने हुए MD 500 Defender हेलिकॉप्टरHAL-चीता एयरक्राफ्ट , MI-8, MI 17 और Boeing 727 
रूसी कलाश्निकोव ए के 47 बहुत लंबे समय तक आतंकवादियों की पहली पसंद थी लेकिन अब तालिबान लड़ाकों के हाथ में अब अमेरिकी बंदूकें लग गई हैं । नाटो और अमेरिका की सेना M 16 कार्बाइन राइफल यूज करती है। अमेरिका की ये बंदूकें ज्यादा अच्छा निशाना लगाती हैं और इनकी फायरिंग रेंज भी ए के 47 से ज्यादा है ।


अमेरिका ने जिस शर्मनाक तरीके से सरेंडर किया है बायडेन को पूरी दुनिया में शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है । अमेरिका ही नहीं पूरी दुनिया के अखबारों में बायडेन की आलोचना की जा रही है । अमेरिका के अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है बायडेन ने अमेरिकी एक्सपेरिमेंट का शर्मिंदगी भरा फाइनल चैप्टर लिखा । अमेरिका की बेवसाइट सीएनएन ने लिखा  ये जो बाइडेन के लिए पॉलिटिकल डिजास्टर साबित होगा..


दरअसल ये अमेरिका के लिए एक बहुत बड़ा ब्लंडर साबित हुई है । लेकिन इसका खामियाजा पूरे एशिया को चुकाना पड़ सकता है । खास तौर पर भारत को अब अपनी सुरक्षा को लेकर सुपर अलर्ट रहना पड़ेगा।तालिबान दरअसल लड़ाका कौम है वो लड़ेगी जरूर… अब या तो पाकिस्तान में जाकर पख्तूनिस्तान बनाने के लिए लड़ेगी या फिर कश्मीर में घुसकर कोई बवंडर खड़ा करेगी । पाकिस्तान की पूरी कोशिश रहेगी कि भारत को सबक सिखाया जाए इसलिए वो कश्मीर में हमला करने के लिए तालिबान को उकसाएगी । भारत को हर परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहना चाहिए।

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