जाहिर है देश की सर्वप्रिय और राष्ट्रवादी पार्टी भाजपा के द्वारा बाढ़, इकोनोमिक क्राइसिस, राष्ट्रीय सुरक्षा व कोरोना आदि समस्याओं से देश को अतिसहजता से बाहर निकालते जाना संपूर्ण विपक्ष के अगले सभी चुनावों में उनके गले की हड्डी बना हुआ है। इसलिए विपक्ष देश की सभी छोटी और टुच्ची पार्टीयों को अपने साथ मिलाकर भाजपा के विकास कार्यों को ढकने के लिए निरीह और भोले भाले लोगों को उकसा कर दंगे फैलाने की कोशिशों में लगा हुआ है, यहाँ तक की सभी आन्दोलन भाजपा के द्वारा कोई भी विकास कार्य शुरू करने के बाद ही होते हैं। सोशल मीडिया पर हर उस कार्य को तोड़ मरोड़ कर गलत तरीके से लोगों को कैसे भी बरगलाने की कोशिश की जाती है जब भी कोई अच्छी मुहिम भाजपा शुरू करती है, चाहे वह CAA हो या NRC।
इस बार देशविरोधी तत्वों का समर्थन लेकर जिस प्रकार सरकार की छवि को मलिन करने का प्रयास विपक्ष द्वारा किया जा रहा है वह बहुत ही तुच्छ मानसिकता है।
देश को सरकार के ही खिलाफ जबर्दस्ती भड़काया जा रहा है।
ऐसे फर्जी आन्दोलनों के वजह से ना सिर्फ लोगों की दिनचर्या खराब हो है बल्कि बाजारों पर भी उसका बहुत गलत प्रभाव पड़ता है।
ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्त रूख अपनाना भी सरकार के पलड़े पर भारी पड़ता है क्योंकि वैसे लोगों को तो गैर राष्ट्रीय संस्थाओं के टुकड़े बांट दिये जाते हैं पर नुकसान केवल गरीब किसानों का ही होता है।
सरकार को चाहिए कि ऐसे देशद्रोहियों की जड़ों तक पहुँच कर समूल विनाश कर दे।

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