कांग्रेस का असली चेहरा देखना हो तो उनका आसाम का मेनिफेस्टो जरूर पढ़ लेना….

ऐसे तो कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं का स्तर पिछले 6 वर्षों में लगातार गिरा है और उनके गिरते स्तर में ना केवल उनके मंसूबों का परिचय हुआ बल्कि कांग्रेस के नेताओं के संस्कार भी कहीं ना कहीं बाहर निकल कर आए हैं हिंदुस्तान की राजनीतिक पटल पर 5 दशक से ज्यादा सत्ता में रहने वाली पार्टी का अंजाम इस कदर होगा यह शायद ही किसी नागरिक ने सोचा होगा पांच दशक सत्ता में रहकर हिंदुस्तान का भला ना करने वाली कांग्रेस पिछले 6 वर्षों में सत्ता से दूर रहकर सत्ता लोलुपता में इतनी गिर चुकी है कि अपने मेनिफेस्टो में लोगों को वादा करते समय यह भी नहीं सोचती किसका हिंदुस्तान की व्यवस्था पर हिंदुस्तान के नक्शे पर क्या फर्क पड़ेगा हिंदुस्तान का एक-एक नागरिक अगर इस मेनिफेस्ट को पढ़ लेगा तो क्या सोचेगा इस प्रकार की बातों को ना सोच कर कहीं ना कहीं यह दिखा रहा है कि कांग्रेस के वर्तमान समय में निर्देशन देने वाले नेता बाल अवस्था में हैं पूर्णतया अपरिपक्व हैं अन्यथा रोज-रोज इस तरह की बचकानी हरकत करके कांग्रेश अपने गिरते स्तर से परिचय नहीं करवाती

सीएए को रद्द करने की बात कहकर आसाम की जनता को बरगलाने का कार्य करने वाली कांग्रेस के नेता या तो बच्चे हैं या फिर हिंदुस्तान के संविधान से वह वाकिफ नहीं है इस मेनिफेस्टो को तैयार करने वाले तथा कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में नेतृत्व करने वाले मंदबुद्धि नेताओं को यह सोचना चाहिए कि सीए के ऊपर जो कानून है वह लोकतंत्र के पवित्र मंदिर संसद में बहुमत के साथ पास होकर राज्यसभा से निकलते हुए जनता के बीच पहुंचा है उसे किसी एक राज्य की सरकार कभी निरस्त नहीं कर सकती बावजूद उसके आसाम के अखबारों में कांग्रेस द्वारा खुलेआम इश्तिहार देकर सीएए को रद्द करने की बात कहकर यह दर्शा रहा है कि कांग्रेस का नेतृत्व अभी अल्प आयु के लोग चला रहे हैं जो मानसिक रूप से पूर्णतया विकसित नहीं है

किसान कर्ज माफी, बेरोजगार भत्ता तथा बेरोजगारों को रोजगार के नाम पर पहले से ही कई राज्यों में लोगों को बरगलाने वाली कांग्रेसका आसाम में इस प्रकार का मेनिफेस्टो और उसका खुलेआम प्रचार कहीं ना कहीं इस बात की ओर इंगित कर रहा है कि कांग्रेस के लिए सत्ता पहले हैं देश से कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है कांग्रेस के जो नेता है उनके लिए सत्ता लोलुपता है और सत्ता लोलुपता के लिए वह देश भी बेचने में कहीं भी कसर नहीं छोड़ेंगे

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