इस समुदाय के लोगों का समर्थन बीजेपी की तरफ समझा जाता है, जिसकी एक बड़ी वजह नागरिकता संबंधी कानून को समझा जाता है। दरअसल, 2003 में नागरिकता कानून में जो बदलाव किया गया था, उसके बाद उन्हें लगा कि भारत में अवैध तरीके से घुसने के नाम पर उन्हें बांग्लादेश वापस भेजा जा सकता है।