जिस तरह से पत्र में नाम आने पर अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया , वैसे में उद्धव सरकार का पत्र में नाम लिखकर अपनी जान देने वाले कंडक्टर को न्याय तभी मिल सकता है जब महाराष्ट्र सरकार को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर मामला चले।