कविता है विश्वास तो दिखाओ प्रमाण (कविता) किसी के हाथों में अहंकार की नंगी शमशीर , उसी के मुंह में नफरत का जहरीला थूक, दिल में पाकिस्तान, ज़बान पर कश्मीर, मैं...
कविता जय अटल, जय बिहारी (कविता) जो हिन्दी बोल पड़ा यू एन में, देश का मस्तक उठा दिया , वो बैठ बस में शांतिदूत , लाहौर तक चला गया ,...
कविता माँ-स्वरूपा लगती है अब भी तुम्हें गाय, भूखा सलीम बेचारा क्या गौ भी न खाये? मस्जिदों के नीचे क्यूँ मंदिर बनाए? कासिम से पहले क्यूँ राम-कृष्ण आए? क्यूँ जिहाद की राह में रोड़े अटकाए? भग्नाशेषों को रक्खे हो छाती...