मातृत्व एक ऐसा सुख है जिसे बयां करना गूंगे को गुड़ खिलाने के समान है। भारतीय संस्कृति में माँ का दर्जा स्वर्ग देवताओं से भी बढ़कर बताया गया है इसलिए इस अप्रतिम अवसर को पूजनीय माना गया है। मगर डर है कि भांड बॉलीवुड भसड़ के चलते मातृत्व की ये शालीनता अब अश्लीलता में न खो जाए। बॉलीवुड के इस नए कचरे का नाम है बेबी बम्प या प्री बेबी शूट।
करीना और अनुष्का अपनी प्री बेबी शूट के कारण सुर्खियों में थीं, इस बेबी शूट के उन्हें लाखों मिले। करीना को इंस्टाग्राम और अनुष्का को एक फिल्मी मैगजीन की तरफ से मोटी कमाई हुई। पर क्या उन्होंने ये फोटो शूट सिर्फ पैसों के लिए किया?
उत्तर है ……नही। तो फिर? इस तरह के फोटो शूट का उद्देश्य क्या है?? काले तिरपालों मे ढकी जिंदगियां तो ऐसे फोटोशूट की सोच भी नही सकती।तो फिर टारगेट ऑडिएंस कौन है?
टारगेट हैं…हिन्दू लड़कियां!! सोचिए, जो हिंदू महिलाएं इसे शर्म और हया की वस्तु समझती थी, अपने उभरे पेट को साड़ी की पल्लू से ढक कर चलती थीं,अब इसकी खुलेआम नुमाइश सीख रही हैं।
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