दाऊद के पैसों के दम पर सनातन धर्म की छवि को खराब करने वाले कई दोगले बॉलीवुड में हैं। बीते दशकों से ये प्यादे अपने वजीर के आदेश पर फिल्में बनाते हैं सिर्फ हिन्दू धर्म की प्रथाओं पर चोट करते हैं। अनुराग कश्यप, अनुभव सिन्हा, आमिर खान, शाहरुख खान, सुधीर मिश्रा कई ऐसे कारनामें कर चुके हैं जो इनके जहरीले अंदाज को बयां करता है। कुछ महीने पहले नेटफ्लिक्स पर ‘सेक्रेड गेम्स’ नाम की सीरीज का चहुंओर मुखर विरोध हुआ था। अब MX Palyer पर ‘आश्रम’ नाम की सीरीज आ रही है जिसे प्रकाश झा निर्देशित कर रहे हैं। 

‘बाबा निराला काशीपुर वाला’ में लीड रोल बॉबी देओल कर रहे हैं और उन्हें एक बाबा के तौर पर दिखाया गया है। सीरीज के ट्रेलर में दिखाया गया है कि बाबा बने बॉबी देओल के कई राजनीतिज्ञों से संबंध हैं और वे महिलाओं की किडनैपिंग व रेप करते हैं। ट्रेलर के जारी होते ही देश की जनता ने इसका इस सीरीज के खतरनाक इरादों के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया है। 

देश की जनता एक बार फिर सवाल उठा रही है कि आखिर बॉलीवुड के इन भू-माफियाओं को मस्जिद के इमाम और चर्च के पादरियों में निगेटिव कैरेक्टर क्यों नहीं दिखाई देते हैं? अभी हाल ही में खबर आई थी जिसमें चर्च के पादरी ने ननों का शोषण किया था आखिर क्यों इस विषय पर ये लोग सीरीज या फिल्में नहीं बनाते? गौरतलब है कि इस सीरीज में बॉबी देओल के नेगेटिव किरदार को हिन्दू संतों की तरह माथे पर तिलक लगाए दिखाया गया है और सीरीज का नाम ‘आश्रम’ दिया गया है ताकि जनता में आश्रमों के प्रति एक नेगेटिव भावना पैदा हो।
सोशल मीडिया पर MX player ने पंच लाइन भी दी है… ‘आस्था या अंधविश्वास , भक्ति या भ्रष्टाचार’ आखिर क्यों भक्ति व आस्था जैसे हिन्दू प्रतीकों का दुरुपयोग किया जा रहा है? बॉलीवुड की सारी रचनात्मकता सिर्फ हिंदू प्रतीकों को नीचा दिखाने में ही लगती है, स्पष्ट है जागृत होता राष्ट्र पवित्र धर्म के अपमान पर मुखर है और अब इन बॉलीवुड माफियाओ को माफी भी नहीं मिलेगी।

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