ममता बनर्जी ने पं. बंगाल में जब से सत्ता संभाली है तब से बंगाल की जनता हर मोर्चे पर त्रस्त है। मुस्लिम तुष्टिकरण को लेकर, हमेशा एक समुदाय का पक्ष लेने की वजह से TMC पर वैसे ही उंगली उठती रहती है, लेकिन अब उसी बंगाल में हालात ऐसे होते जा रहे हैं कि वहां मुस्लिम भी सुरक्षित नहीं हैं। इसी बीच अब खबर है कि बंगाल में एक मुस्लिम छात्र नेता अनिश खान की हत्या TMC के गुंडों ने कर दी है और अनिश के मौत ने पूरे बंगाल में बवाल मचा हुआ है.

ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ 130 दिनों से धरना दे रहे अनीश खान की मौत को लेकर ममता सरकार घिरती जा रही है। कोलकाता के आलिया विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे अनीश की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। परिवार के लोग और मृतक अनीश खान के साथियों ने इस हत्या के लिए टीएमसी और ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि वर्दी पहनकर आई पुलिस ने अनीश की पीट-पीटकर हत्या की और उसका शव फेंककर चले गए।

फाइल फोटो-साभार सोशल मीडिया

अनिस खान को कथित तौर पर शनिवार को चार पुलिस की वर्दी पहने लोगों ने अपने घर की छत से फेंक दिया था। हालांकि, पुलिस विभाग ने पूरे मामले पर पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनमें से कोई भी अनिस खान के घर नहीं गया था।

उधर अनिस खान के पिता सलाम खान ने हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है . वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि “TMC कार्यकर्ता पहले अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को परेशान कर रहे थे और अब वे अपने मतदाताओं को भी नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम एक उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।” वहीं दूसरी तरफ TMC मंत्री फराहाद हाकिम का जवाब तो अजब ही है. उन्होंने कहा कि घटना को अंजाम देने वाले लोग बाहरी हो सकते हैं और अपराधी उत्तर प्रदेश से हो सकते हैं।

इधर छात्र नेता अनीस खान की हत्या को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने जिला जज की निगरानी में दूसरे पोस्टमॉर्टम का आदेश दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की कॉपी अनीस खान के परिवार के सदस्यों और याचिकाकर्ता को दी जाएगी।

बता दें आपको अनिस खान नए गठित भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चे से जुड़े थे, जो उस गठबंधन का हिस्सा था जो हाल के विधानसभा चुनावों में TMC और बीजेपी के खिलाफ लड़ा था। इससे पहले, वह CPI (M) के छात्र संगठन एसएफआई का समर्थक था। वहीं पूरे मामले में सीएम ममता बनर्जी ने कहा,”मुझे नहीं पता कि अम्ता में क्या हुआ। हमने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अगर हमें वास्तविक शिकायत मिलती है तो हम जरुर कार्रवाई करेंगे।

देखा जाए तो मुसलमानों की हिमायती ममता बनर्जी को अब मुस्लिम छात्र के मृत्यु के बाद कहीं न कहीं मुस्लिमों के बीच अपने जनाधार को लेकर एक डर महसूस होने लगा है । ममता समझ गयी हैं की जिन मुसलामानों के लिए ममता बनर्जी ने हिन्दू समाज के साथ धोखा किया, बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान हिंदुओं को प्रताड़ित किया गया उनकी हत्या की गई. अगर वो मुस्लिम समाज भी उनसे दूरी बना लेगा तो उनकी पार्टी राज्य के सियासत से गायब हो जाएगी ।

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