पश्चिम बंगाल की राजनीति की हालत ममता बनर्जी के सत्ता में आने के बाद से बहुत ही निचले स्तर पर आ गई है। बंगाल में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है. बंगाल में पिछले साल संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में जिस तरह से दंगे और हिंसा हुई उस नृशंसता और नरसंहार का नंगा नाच पूरी दुनिया ने देखा है। ममता बनर्जी के राज में हिंदुओं, बीजेपी और RSS के कार्यकर्ताओं की बीच सड़क पर हत्याएं की गई हैं .

आलम ये है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर हैं और ठीक उसी समय कोलकाता में बीजेपी कार्यकर्ता का शव मिला है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शव फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया है। मृतक की पहचान काशीपुर विधानसभा निवासी अर्जुन चौरसिया के रूप में हुई है। मृतक अर्जुन बीजेपी युवा मंडल मोर्चा के वाइस प्रेसिडेंट थे।

27 साल के बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या पर पार्टी ने शोक व्यक्त किया है। जिसके बाद अमित शाह ने काशीपुर में मृत बीजेपी कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया के परिवार वालों से मुलाकात की. वहीं पार्टी की तरफ से कोलकाता में अमित शाह के स्वागत समारोह के सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। वहीं । सोशल मीडिया पर जो खबरे सामने आ रही है उसके मुताबिक अर्जुन चौरसिया के गुरुवार रात ही उनके नेतृत्व में 200 बाइक की रैली आयोजित करने की योजना भी बनाई थी लेकिन आज सुबह उन्हें घोष बागान रेल यार्ड में मृत पाया गया। उधर पूरे इलाके को चितपुर थाने की पुलिस ने सील कर दिया है।

बंगाल बीजेपी के नेता दिलीप घोष ने भी मृत परिवार से मुलाकात की साथ ही उन्होंने लिखा कि सिर्फ काशीपुर ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल में हर जगह इसी तरह से बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को मारा जा रहा है. पुलिस भी सिर्फ पोस्टमार्टम कर अपनी ड्यूटी पूरी करती है उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.

कुल मिलाकर तृणमूल कांग्रेस के गुंडे और सरकार निरंकुशता की पराकाष्ठा पर पहुंच गई हैं. जहां हर दिन अपराध, हत्या और बलात्कार की घटनाएं बढ़ती जा रही है, और ममता दीदी केंद्र की राजनीति में आने के सपने देख रही हैं.

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