भगवान शिव अंतर्यामी हैं, वह सब जानते हैं। इसीलिए हिन्दू ग्रंथो के अनुसार माना जाता है कि भगवान शिव ने 5 ऐसी बाते मां पार्वती को बताई थी, जो कलयुग के लोगो के लिए बेहद काम की हो सकती है।
आइए उन पांच बातों के विषय में जानते हैं–
- मां पार्वती ने शिव जी से एक सवाल किया की पृथ्वी पर सबसे बड़ा पाप और सबसे बड़ा धर्म क्या है? तब शिव जी ने बताया कि मनुष्य जाति के लिए सबसे बड़ा धर्म है, हमेशा सत्य की राह पर चलना और उसका साथ देना। इसके विपरीत मनुष्य के लिए सबसे बड़ा पाप है असत्य बोलना और उसका साथ देना। अतः आपको हमेशा सच्चाई का साथ देने वाले लोगो के साथ रहना चाहिए तथा स्वयं को भी सत्य की राह पर ही चलना चाहिए।
- दूसरी बात जो शिव जी ने मां पार्वती को बताई थी कि मनुष्य को हमेशा अपने कार्यों का साक्षी बनना चाहिए। जब कोई व्यक्ति बुरे कर्म करता है तथा अन्याय की राह पर चलता है तो वह यह सोचकर आगे बढ़ता जाता है कि कोई उसे नहीं देख रहा। लेकिन उसे यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि वह एक बड़ा पापी है इसका गवाह वह खुद ही है।
- शिव जी के अनुसार मनुष्य को हमेशा उसके कर्मों के अनुसार ही फल भोगना पड़ता है। यदि कर्म अच्छे होंगे तो परिणाम भी अच्छा होगा और अगर कर्म बुरे होंगे तो उसका परिणाम भी बुरा ही मिलेगा। इसीलिए भूलकर भी अपने मन में किसी का अहित करने के विषय में सोचना भी नहीं चाहिए।
- भगवान शिव ने पार्वती जी से बताया कि यदि मनुष्य किसी व्यक्ति, परिस्थिति या अपने आप से बहुत लगाव रखता है तो वह कभी जीवन में सफल नहीं हो सकता। क्योंकि इन सब के लगाव के कारण वह एक माया जाल में उलझा रहता है।
- भगवान शिव कहते हैं कि मनुष्य को अपने मन पर नियंत्रण रखना चाहिए। अन्यथा मनुष्य अपनी इच्छाओं को इतना बढ़ा लेता है कि उनका पूरा होना मुश्किल होता है, जिससे उसे दुख की प्राप्ति होती है। साथ ही मनुष्य को अपनी जरूरत और इच्छाओं में फर्क समझना चाहिए और एक शांतिपूर्ण जिंदगी बितानी चाहिए।
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