है न , मतलब तुम लोग ये शायद पांच सौ , हज़ार , दो हज़ार पांच हजार दस हज़ार पांच होगे न भाई | अपने तमाम चेलों चपाटों को मिला कर इससे दस गुना अधिक ,यही न | सबने मिलकर मुकदमा ठोंक दिया , बहुत अच्छे किस पर और किस बात के लिए ?
चीख चीख कर चिल्ला चिल्ला कर हिंदी सिनेमा की उस केंचुली को खींचता रहता है जिसके पीछे जाने कितनी ही दिशाओं और सुशांत जैसी जिंदगियों की अंतिम चीख दबी और अब तो ये आसानी से समझ आ रहा है कि इसे दबाने के लिए ही ये सारे साम दाम दंड भेद चल रहा है |
रिपब्लिक भारत को चुप करने के लिए , या फिर कम से कम इतना जलील नहीं करने के लिए कहा जाए कुछ ऐसा कानून होना चईये इसके लिए ही सब कर्मठ एक सुर से एक झंडे और एजेंडे में लिथड़े दिखाई दे रहे हैं |
आप गलत समझे , ये मुहिम हिंदी सिनेमा में व्याप्त शोषण और मी टू जैसे प्रकरण के विरोध में नहीं है | नहीं नहीं आपका ये अंदाजा भी गलत है कि सिनेमा जगत की विशेष पार्टियों में नशे और यौन उन्मुक्तता की जो माफियाई सभ्यता बनाई जा रही है उसके खिलाफ भी ये नहीं है ?
बिलकुल भी नहीं दिशा सालियान , जिया खान , सुशांत सिंह जैसे साथियों की मौत के सच के लिए भी नहीं है जी ये , ये फ़िल्मी आन्दोलन है जी उसे इन सब बातों से क्या सरोकार ?
ये हमारे बोलिवुड वीरों को ये समझना चाहिए कि , अब वो दिन लद लिए जब आप सिनेमा सीरीयल , वेब सिरीज़ अपनी कहानियों सब में देश , राष्ट्र , तिरंगे ,सेना , भारत , और सनातन हिन्दू के अपमान और उपहास की बात सोचेंगे तो जनता न सिनेमा के लायक छोड़ेगी न ट्विट्टर के | अजी हाँ
ये जो अर्नब चैनल सभी को उगंली दिखा दिखा के पूछता है न , बताओ बताओ , पूछता है भारत , इसे चुप कराना बहुत जरूरी है , एक तो सड़क टू , के बी सी , बिग बॉस , सबको सड़क पर ला दिया है दर्शकों ने ऊपर से रिपब्लिक को अब हर समय हर वक्त भारत चाहिए |
वो ,वही पब्लिक पूछ रही है अब सच में ,कि bollywood वालों , तुम्हारे तो अच्छे दिन आ गए ,मित्रों |
जय हिन्द | जय भारत |
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