इसी बीच दिल्ली की सड़क पर कपिल मिश्रा नाम का बीजेपी नेता बहू के घरवालों के कहने पर रास्ता खाली करने की अपील करने गया। मगर मां जी , उनके 12 बच्चे और उनके शौहर इस बात पर कपिल मिश्रा से नाराज़ हो गए कि लड़की वालों के कहने पर रास्ता खाली करवाने की अपील क्यों की गई? जबकि कपिल मिश्रा बहू के ‘लव जिहाद’ की दावते वलीमा में भी नहीं गए थे।
ये बात जानकर DU वाले प्रोफेसर अच्युतानन्द, JNU वाले आनन्द कुमार, योगेंद्र यादव सलीम, कश्मीर मुद्दे पर घूंसे खा चुके प्रशांन्त अभूषण, चरसी निर्देशक अनुराग कश्यप, पार्किंग संपादक विनोद कबाड़ी सभी लिबरल मेमने बहुत नाराज़ हुए और कपिल मिश्रा के इस कदम को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। साथ ही इन सबने मिलकर बताया कि कैसे मां जी के हलाला पर इन सभी ने जमीन पर बैठकर बची हुई बिरयानी की हड्डियो का लुत्फ लिया था। बात तो यहां तक बढ़ गई कि अगर कपिल मिश्रा बहू के दावते वलीमा में 2 बकरी भी बतौर उपहार न दे सके हैं तो उनके कहने पर रास्ता खाली क्यों किया जाए?
चर्चा को बीच में टोकते हुए मां जी के हलाला वाले मौलवी जी ने फतवा जारी कर दिया कि स्वरा भास्कर-तापसी पन्नू को भी पंचर वाले अब्दुल के साथ मिलकर दर्जन भर औलाद पैदा करनी चाहिए, योगेंद्र यादव सलीम ने इसे गंगा-जमुनी तहजीब की उच्च मिसाल करार दिया। तभी NDTV से आए रबिश कुमार ने अपनी जात बताते हुए मुद्दे को वापिस कपिल मिश्रा की तरफ मोड़ा और कहा कि NDTV-India Today की OB वैन जामिया-सीलमपुर-चांद बाग पहुंच चुकी हैं..ऐसे में दंगे जल्दी शुरू करने चाहिए। और आखिरकार दावते वलीमा में कपिल मिश्रा के न आने की वजह को मुकर्रर मानकर CAA के नाम पर दंगे करने का निर्णय लिया गया, जिसकी जद में दिल्ली आई।
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