इस घटना से शायद राजनीति के सियासी गिद्धों को फायदा ना मिले इसलिए इस घटना में स्वार्थी राजनेता एकदम चुप है किसी भी प्रकार की आवाज उठाने से पहले वह अपना नफा नुकसान देख रहे हैं और इस घटना में उन्हें नशे की बजाय नुकसान ही नजर आ रहे हैं परंतु मानवता को शर्मसार करने वाले इस घटना में सच में अगर कुछ गलत हुआ है तो वह मानवता के साथ गलत हुआ है जिसके लिए भगवान उन दरिंदों और उन दरिंदों को जाति और धर्म के नाम पर बचाने वाले लोगों को कभी भी माफ नहीं करेगा

दलित बहुसंख्यक गाँव में नाबालिग ब्राह्मण लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या, दलितों के भांड और राष्ट्रीय मीडिया चुप..!!

बिहार के बेगूसराय जिले में 11 साल की एक ब्राह्मण लड़की के साथ बलात्कार और हत्या। पिछले 4 दिनों से अपने घर से लापता इस नाबालिग लड़की का शव एक नदी के किनारे से बरामद किया गया था, पुलिस ने बताया कि नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और हत्या करने वाले दोषियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

परिजनों के मुताबिक, 11 साल की उनकी बच्ची एक दुकान से गायब हो गई, जहां वह बिस्किट का पैकेट खरीदने गई थी। जब वह लगभग एक घंटे तक वापस नहीं आया तो वे खोज के लिए चले गए। उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और 5 दिन तक गुहार लगाने के बाद भी पुलिस तमाशबीन बनी रही। परिवार ने कहा कि वे उस समय उसकी तलाश करने की कोशिश कर रहे थे जब उन्हें पुलिस ने नदी के किनारे एक घर से कुछ किलोमीटर दूर एक लड़की के शव की पहचान करने के लिए कहा।

मृतक का कपड़ा फट गया था और उसकी गर्दन से खून बह रहा था। एक दलित बहुसंख्यक गाँव में केवल दो ब्राह्मण परिवार रहते हैं भवानंदपुर गाँव एक दलित बहुल गाँव है जहाँ केवल दो ब्राह्मण परिवार रह रहे हैं। विवरण के अनुसार, कई ग्रामीण नहीं चाहते थे कि ब्राह्मण उनके गांव में निवास करें और कई मौकों पर उन्होंने उन्हें गांव छोड़ने की चेतावनी दी थी।

विक्टिम के पिता स्थानीय मंदिर के पुजारी हैं

पीड़ित के पिता कुंदन मिश्रा एक स्थानीय मंदिर में पुजारी के रूप में सेवा कर रहे हैं। पुजारी जी ने बताया कि उनकी बेटी कक्षा 6 में पढ़ रही थी और डॉक्टर बनना चाहती थी। लेकिन उसके जीवन और सपने को दोषियों ने बर्बाद कर दिया है।

पुलिस ने कहा कि पूरी जांच की जा रही है और अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

हिंदुस्तान का दुर्भाग्य है कि यही खबर अगर उल्टी होती और यहां पीड़ित लड़की दलित होती तो ना जाने राजनीतिक सामाजिक और गैर सामाजिक संस्थाओं के भांड लोग अब तक अपना विधवा विलाप कर चुके होते बॉलीवुड के ना जाने कितने भांड अब तक अपनी चूड़ियां तोड़ चुके होते मीडिया में पत्रकारिता के नाम पर अपनी भांड गिरी करने वाले पत्रकार अब तक उनका रो रो कर बुरा हाल हो जाता लेकिन अफसोस यहां बलात्कार किसी लड़की का नहीं इंसानियत का हुआ है यह अत्याचार मानवता पर हुआ है और उम्मीद है कि कानून जाति पंथ का भेदभाव ना करते हुए अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ कर उचित दंडात्मक कार्यवाही करते हुए सजा दिलवाएगी ।।

दलितों के शुभचिंतक बनने वाले चंद्रशेखर रावण, प्रशांत कनोजिया, कुणाल कामरा, जिग्नेश मेवानी, शहला रशीद, कन्हैया कुमार, उदित राज (काला तीतर), हंसराज मीणा, यस मेघवाल, कुश अंबेडकरवादी व जहरीला सांप प्रोफेसर दिलीप मंडल ना जाने यह कौन से बिल में जाकर घुस गए हैं कि आज ब्राह्मण की बेटी पर अत्याचार हुआ है लेकिन ऐसे लग रहा है जैसे इनके मुंह में जुबान नहीं है हमेशा दलितों के नाम पर समाज में जहर घोलने वाले यह सपोले इस पूरी व्यवस्था पर एकदम चुप है दलितों के नाम की राजनीति करने वाले गद्दार कन्हैया कुमार जिसने बिहार के इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ा था उसके भी मुंह में जुबान अब शायद गायब हो गई है यह दुर्दशा है इस हिंदुस्तान की कि ऐसे देशद्रोही गद्दारों को पालकर हीरो बनाने का कार्य किया जाता है जो मानवता को सरेआम मरता हुआ देखते हैं और जब मौका मिलता है तो उससे राजनीति करने से नहीं चूकते ।।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.