किसी ने कभी सोचा था कि ,ये दिन इतनी जल्दी आ जाएगा कि जो लोग बरसों से अपनी केंचुली में छिपे बैठे अंदर ही अंदर देश समाज का रक्त चूस रहे थे और इस काम में पड़ोस के स्वार्थी और गद्दार अपने जैसे ही कुछ लोगों से हाथ मिलाए हुए थे , एक दिन ऐसा भी आ जाएगा कि उन्हें अपना ये शत्रु प्रेम खुल खुल कर सबके सामने बार बार बताना होगा ?
हालत ऐसी हो जायेगी कि , तुम लाख चीन चीन पाकिस्तान परस्ती के नए नए फ़ातिहे पढ़ते रहो अभी अव्वल तो उनकी खुद की लगी पड़ी है वे अपनी कटती हुई पूँछ बचाएंगे कि तुम जैसे अपने अपरी टपरी पर ध्यान देते फिरें |
उधर चिचा अब्दुल्ला जी को दिन रात आजकल चायनीज़ का स्वाद , जीभ पर रह रह कर उछालें मार रहा है | चीन की सेना आएगी , हमारे लड़के पत्थर बाजी का लुत्फ़ फिर से उठा पाएंगे और हम हिन्दुस्तान के दामाद बन कर बासमती उड़ाएंगे | उनका टिक टोक वाला ख़्वाब चल ही रहा था कि ये आ गए मिया मंसूर , आजकल पाकिस्तान की मीडिया से करार और तरार दोनों ही जुड़े हुए हैं डिक्शनरी अंकल के |
अब लाहौर वालों ने न्यौता दिया है तो फिर तो अंदर से छलक छलक से सब कुछ बाहर आना तो बनता ही है ,क्यों तरार ??? वैसे लगे हाथ बाकी के मुँह फुलवा फूफा कांग्रेसियों को भी अपने अपने नए नए बने बनाए अब्बू काका पप्पा डेडी जी के साथ एक ठो सेल्फी तो आनी ही चईये कि नई चईये ??तो चीन पाकिस्तान बांग्लादेश तुर्की आदि तमाम देशों के पिस्सुओं तुम भी प्रयास कर लो और बता दो खुल के , कौन है तुम्हारे खैरो मकदम |
मोदी जी जो न करें करवाएँ , अब यही सब देखकर तो लोग कहते हैं मोदी हैं तो मुमकिन है | जिनका नाम नहीं लेते हैं वो भी बरसों से गले में पड़ा हुआ गमछा तक उतार के कूद रहे हैं कि हमारा ज़िक्र तक नहीं करते ,इधर कांग्रेसी कहते हैं हुंह्ह चीन का नाम तो लेते नहीं , इतना कहते ही बिदक कर झिनपिंग ट्वीट कर देता है ,अपना अपना देखो रे , अपने चक्कर में हमको मत मरवाओ , नाम तो लोग तुम्हारा भी नहीं लेता है , सिर्फ पप्पू कह देता है ,समझ तो अब जाते ही हैं न ???
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