बिहार में नवरात्रि के पवित्र महीने के साथ साथ लोकतंत्र का पर्व होने से पूरा प्रदेश उत्साहित है।
राजनीतिक बयानबाजी और अपने अपने वोटरों को खुश करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है और इसी दौरान कांग्रेस के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने जो चुनावी रैली में भाषण दिया जिसमे उन्होंने कहा कि चीन भारत के 1200 किलोमीटर तक आ चुका है जो किसी को भी पसंद नहीं आया और सभी लोग यही चर्चा कर रहे हैं कि इतना बड़ा झूठ क्यूं कहा जा रहा है।

क्या है हकीकत चाइना के साथ हुई झड़प का:

दरअसल चाइना के सैनिकों द्वारा क्षल से गलवान घाटी में हमारे सेना के जवान जिसमे एक बटालियन बिहार रेजिमेंट की थी जिन्होंने चाइना के सैनिकों के साथ बहादुरी से लड़े और चाइना के विस्तार को विराम लगाते हुए शहीद हो गए।

ज्ञात हो कि इस हिंसक झड़प में चाइना के ज्यादा गुंडे मारे गए और हम अपनी स्थिति को मजबूत करने में सक्षम रहें पर ठीक इसके विपरीत राहुल गांधी भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश करते रहते हैं कि चाइना ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है जो कि वीर सपूतों के बलिदान का एक अपमान भी है।
चाइना भारत के साथ हमेशा से अपने शरहद के पास के इलाके में भारत के लिए कई बार नाना प्रकार के हथकंडे अपनाता रहा है और कई बार युद्ध की स्थिति को पैदा करता है । सन् 1962 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहलाल नेहरू की गलत रणनीति के कारण हमें काफी नुकसान उठना पड़ा और उसके बाद भी कई बार कांग्रेस और यूपीए की सरकार में चाइना ने हमारे देश का जमीन अतिक्रमण किया है जो जगजाहिर है।
हाल फिलहाल में राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ चाइना के प्रमुख नेताओं से समझौते का भी वीडियो आया था जिसमें पैसों की लेन देन का मामला भी अहम है।

जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिन के खिलाफ घेराबंदी की है उससे विचलित होकर शी जिनपिंग की बौखलाहट स्पष्ट उजागर हो रही है जो की राहुल गांधी के असफल होने की बौखलाहट से तुलना की जा सकती है।

खैर इन मुद्दों पर हमेशा बात होनी चाहिए चाहे चुनाव हो या ना हो।
नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की होड़ में राहुल गांधी यह भूल जाते हैं कि जब आप कहते हो चाइना 1200 किलोमीटर भारत में आ गया है जो सरासर ग़लत है और जनता आपसे इसका हिसाब मांगेगी।

जन जन की बात
अमित कुमार के साथ।

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