संजय राउत शिवसेना के उन बयानवीरों में शामिल हैं जो कई बार शब्दों की मर्यादा लांघ चुके हैं. फिलहाल जो हालात महाराष्ट्र की सियासत में शिवसेना की हो गई है उसमें उनकी बौखलाहट समझी जा सकती है. आखिर कल तक जो पार्टी सरकार में रहते हुए अपने आप को किसी तानाशाह से कम नहीं समझती हो अचानक से सत्ता जाने के बाद उनकी मनोदशा क्या होगी आप समझ सकते हैं.
कुछ यही हाल संजय राउत का हो रहा है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सदन में फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया, इन सबके बीच महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बननी तय है. सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस कल शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. हालांकि, हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. ऐसे में जब हाथों से सत्ता फिसल कर किसी और के पास चली गई हो तो बौखलाहट , बेफिजूल का गुस्सा दिख ही जाएगा . लेकिन संजय राउत के तेवर सरकार जाने के बाद भी कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं.
दरअसल उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद संजय राउत ने प्रेस कॉफ्रेंस कर शिवसेना के बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें अपनों ने दगा दिया. अपने लोगों ने खंजर घोंपा. उद्धव ठाकरे को दगाबाज कैसे दोष दे सकते हैं. संजय राउत ने कहा कि बागी विधायकों को सरकार गिराने का ठेका मिला था. दगाबाजों का महाराष्ट्र में ये नया प्रयोग है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने आगे कहा कि ‘शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है. ये बालासाहेब का मंत्र रहा है. हम वापस काम करेंगे और फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे.’
Shiv Sena is not born for power, power is born for Shiv Sena. This has always been Balasaheb Thackeray's mantra. We will work & come to power on our own once again: Shiv Sena leader Sanjay Raut#MaharashtraPoliticalCrisis pic.twitter.com/cb2XN6VIqT
— ANI (@ANI) June 30, 2022
संजय राउत ने ये भी कहा कि जब उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो हम भावुक हो गए. उद्धव ठाकरे पर सभी का भरोसा है. हर जाति और धर्म के लोग उनका समर्थन करते हैं. सोनिया गांधी और शरद पवार को उनपर भरोसा है.
#Maharashtra | We got emotional yesterday when Uddhav Thackeray resigned as Chief Minister. Everyone has faith in Uddhav Thackeray; people of every caste & religion support him. Sonia Gandhi and Sharad Pawar trust him: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/g1HzWuiEqg
— ANI (@ANI) June 30, 2022
देखा जाए तो सत्ता की लोभी शिवसेना ने अपने विरोधियों के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया वो कहीं से भी उचित नहीं था. कभी बोलकर तो कभी शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखकर अपनी कुंठा सामने लाते रहे हैं .
लेकिन आज के सियासी हालात में संजय राउत को ये समझना होगा कि अब उनके हाथों में सत्ता नहीं है . ये तेवर और जोश उन्हीं पर शोभा देती है जो ताकतवर हो, जिनको पास पॉवर हो। संजय राउत की पहचान हमेशा से शिवसेना के एक बड़बोले नेता के तौर पर होती है, जो केवल बड़ी-बड़ी बातें ही करते हैं और शिवसेना की आज की हालत के लिए संजय राउत जैसे बयानवीर भी जिम्मेदार हैं.
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