एक साधु संत की मृत्यु (ह्त्या /आत्महत्या तो जाँच से ही सामने आएगा ) पर भी यदि कोई , हिंदुत्व ,सनातन को कोसने , उसे गलत ठहराने और बदनाम करने का प्रयास करता है तो अंदाज़ा सहज ही लगाया जा सकता है कि व्यक्ति किस कदर मानसिक दिवालियेपन का शिकार है और जब पता ये चले कि ये करतूत कांग्रेस के सबसे खराब बोलने लिखने वालों में अग्रणी दिग्विजय सिंह ने मुँह खोला तो सभी समझ जाते हैं कि -ये विष वमन के अतिरिक्त और कुछ नहीं होगा।

महंत नरेंद्र गिरी की मौत और उसके आरोप में आनंद गिरी की गिरफ्तारी के सन्दर्भ में जो पहली प्रतिक्रिया दिग्विजय सिंह ने दी वो थी – धांधलेबाजी , कब्जा करना यही सब अब भगवा हिन्दू धर्म की पहचान है। असल में कांग्रेस का हिन्दू द्वेष चाहे अनचाहे हर कांग्रेसी नेता के मन मस्तिष्क से छलक कर बाहर आ ही जाता है रहा ही नहीं जाता , हिन्दू को , हिंदुत्व को , भगवा को सनानत को कोसे , गाली दिए , अपमान किए -क्या किया जाए जब अपने मुगल अब्बाजानों और आकाओं को खुश करना हो तो करना ही पड़ता है।

फिर दिग्विजय तो “भगवा आतंकवाद ” शब्द के दम पर ही पिछले बीस बरस से अपनी राजनैतिक गंदगी फैलाए हुए हैं और इसके लिए गद्दारों और दुश्मनों की गोद में भी अक्सर पाए जाने वाले तुच्छ दर्ज़े के राजनैतिक पिस्सू हैं। मुम्बई पर हुए आतंकी हमले में खुद आंतकियों के अब्बा हुज़ूर लोगो के साथ खुलेआम , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को बदनाम करने का कलमा पड़ते हुए। सबसे बीच में दाँत पसारे सिंह साहब अक्सर ही जानबूझ कर अपनी विद्व्ता का परिचय ऐसे देते हैं। माहौल में बने रहने रहने के लिए करना ही पड़ता है क्या करें

हिन्दुओं ,सनातन , हिंदुत्व , मोदी , भाजपा ,संघ , विहिप। ……समझिये की पूरा हिन्दुस्तान ही इनके हिसाब से चोर लुटेरा डाकू चरित्रहीन है सनातन का करोड़ों हिन्दुओं का पूरी दुनिया भर में फैला परिवार -सब दिग्वीजय सिंह की कांग्रेसी मानसिकता, जो जाहिर है कि कम से कम हिन्दू पक्षधर तो कभी नहीं रही है , का असली और बदरूप चरित्र है। हर बात में हिंदुत्व और सनातन को कोस कर जाने कौन सा सुख मिलता है इन्हें

चलिए ये भी मान लिया कि आपकी सोच ऐसी ही है और इसे बदलने की बात सोचना बेमानी है लेकिन क्या ये भी जरूरी है कि हर बार थोड़े थोड़े दिनों के बाद सिर्फ लाईम लाइट में रहने के लिए , वो क्या कहते हैं ट्रेंड करने के लिए फिर चाहे लोगों के उलाहने और गालियाँ खाते हुए ही सही , आप कुछ भी , मतलब कुछ भी बोल देंगे। ट्वीट कर देंगे। असल में देखा जाए तो मूढ़ता की ये होड़ तो आपकी पार्टी में पहले से ही लगा हुआ है और आप अपने कुवचनों से हमेशा रेस में बने रहना चाहते हैं ,

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