शीर्षक पढा आपने । नाम तमीज उद्दीन यांनी तमीज़दार ,सलीकेदार आदमी । मगर तमीजुद्दीन का नाम रखने वालों ने इसकी परवरिश ठीक से नहीं की। पढ़ा लिखाया नहीं अच्छे से इसलिए मजदूरी की नौकरी करनी पड़ी मगर वो भी ये कैसी कर रहा है इसका एक उदाहरण इसकी करतूत से मिल ही रहा है।
तमीजुद्दीन , -एक ढाबे पर लोगों को चिकेन के साथ गरमा गर्म तंदूरी रोटियाँ खिलाता था और अपनी तालीम के अनुसार उसे और भी लज़ीज़ बनाने के लिए उन सभी रोटियों को बनाने से पहले उनमे थूकता जाता था।
ऐसा भी नहीं है कि , तमीजुद्दीन अकेला ऐसा शख्श मिला है इस कौम का जो ये कारीगरी कर रहा हो। इससे पहले भी अनेकों बार तमीजुद्दीनत के भाई जान लोग अलग अलग जगहों पर कहीं फल सब्जियों में तो कहीं दाल रोटी में थूकते पकाते पाए गए हैं और जिन पर बार बार कार्रवाई भी हुई है।
तमीजुद्दीन की इस हरकत का वीडयो बायरल होते ही हिन्दू रक्षा दल के स्थानीय युवकों ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी और पुलिस ने आखिरकार उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
अब सवाल ये है कि , अभी इस देश और दुनिया में ऐसी कितने तामीज़दार भाई जान तमीजुद्दीन लोग अपने मज़हब और उसकी ज़हालत के लिए जाने कब और आगे जाने कब तक इस तरह की घिनौनी हरकत कर रहे हैं / करते रहेंगे ??
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