इस शीर्षक को पढ़ कर ही आपके रीढ़ में सिहरन और मस्तिष्क में क्रोध का ज्वालामुखी बेशक फूटा हो लेकिन वास्तविकता सिर्फ और सिर्फ यही है की नारी देह ही वो जन्नत , जेहाद की वो मंजिल है जिसके लिए दुनिया के 56 देशों के वहशी हैवान मुग़ल दिन रात अलग अलग तरीके के आतंक , ह्त्या ,बलात्कार जैसे घिनौने अपराध करते चले जा रहे हैं।

किसी भी जंगली समाज का भी एक कायदा होता है लेकिन आज भी कबीलाई सोच और ज़िन्दगी जीते ये मुग़ल किसी भी तरह से इंसान कहलाने लायक नहीं बचे हैं।

मुंबई में पिछले वर्ष 19 वर्षीय मोडल मानसी दीक्षित का शव एक सूटकेस में मिलने के बाद पुलिस जांच में जो सच निकल कर सामने आया है वो उतना ही घिनौना है जितना की इन मुगलों की सोच। 20 वर्ष का मुग़ल सैय्यद मुजम्मिल अपनी जान पहचान बना कर मॉडल मानसी दीक्षित को फोटो शूट के बहाने अपने अँधेरी के निवास पर बुला कर उसे साथ सोने के लिए कहता है।

मानसी के मना करने और उसे डाँटने और सबको बाहर जाकर ये बात बता देने की बात कहने पर मुजम्मिल गला घोंट के उसका क़त्ल कर देता है और फिर उसके शव के साथ बलात्कार करके उसके शव के टुकड़े टुकड़े करके एक बड़े से सूटकेस में रख कर एक अनजानी सी सड़क पर फेंक कर भाग जाता है।

कैब ड्राईवर एक बड़े सूटकेस को सवारी द्वारा यूँ फेंक कर भाग जाने के कारण शक होने पर पुलिस को खबर करता है और अपराधी सैय्यद के इस घिनौने अपराध की पोल खुल जाती है। आज अँधेरी पुलिस ने मुजम्मिल के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।

अब देखिये कि ऐसा क्या है क्यों है कि ये मुग़ल अपनी गन्दी शक्ल और सोच में सिर्फ सिर्फ औरत की देह को पाने की हवस में भी पागल हुए रहते हैं।

इसका अनुवाद करके लिखने में भी मुझे इतनी घिन्न आ रही , मगर सोचिये की ये सब अपने मज़हबी किताबों में पढ़ कर पहले से ही ज़ाहिल मुगलिये हैवान और शैतान न बन जाएँ तो फिर क्या बनेंगे।

पूरी दुनिया में घृणित अपराधों को अंजाम देते ये मुग़ल इंसानियत के दुश्मन बन चुके हैं और यही समय है जब इन्हें और इनके कुत्सित इरादों को पूरी तरह कुचल दिया जाना चाहिए। जैसे उत्तर प्रदेश में दो भाइयों ने अपनी बहन को छेड़ने वाले मुगल को कुल्हाड़ी से काट डाला उसे देख कर बाकी सैकड़ों मुगलों की रूह फना हो गई।

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